निस्सवार्थता
जब भी भारतीय टीम किसी टूर्नामेंट में विजयी होती है,आप भारतीय टीम का करीब से देखेंगे, तो आपको धोनी कभी भी स्पॉटलाइट में नहीं मिलेंगे। आप शायद उन्हें एक कोने में देखें, ऐसे समय में वह युवाओं को आगे करते हैं। वे इस पल का भरपूर आनंद ले सकें। वह हमेशा पहले टीम के लिए खेलते हैं और उसके बाद अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में सोचते हैं। धोनी के क्रिकेट करियर में कई ऐसे पल आएं हैं जब उन्होंने सिर्फ टीम की बेहतरी के लिए निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करना भी स्वीकार किया है। 2011 में हुए विश्व कप में जीत का जश्न काफी लंबा चला था, लेकिन जीत के बाद धोनी कम ही कैमरे के सामने नज़र आये। इस तस्वीर को देखिये जिसमें विश्व कप जीतने के बाद टीम फोटो खिंचा रही हैं, इसमें धोनी आपको एक कोने में खड़े मिलेंगे। लेखक: प्रसन्ना वाइकर अनुवादक: आशीष कुमार