#2. मध्य क्रम का विश्वसनीय बल्लेबाज़
भारत की सलामी जोड़ी के बारे में भले ही अभी संशय बरकरार हो लेकिन नंबर 3, 4 और 5 पर बल्लेबाज़ी करने वाले खिलाड़ियों के स्लॉट लगभग निश्चित हैं और यह बल्लेबाज़ पिछले कई सालों से टीम का नियमित हिस्सा रहे हैं। कप्तान कोहली के नेतृत्व में भारत ने हमेशा 5 विशेषज्ञ बल्लेबाज़ों को खिलाया है। इसके बाद एक विकेटकीपर, एक आलराउंडर और चार विशेषज्ञ गेंदबाज़ टीम की अंतिम एकादश का हिस्सा बनते हैं।
हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में इस नीति के विपरीत जाकर आलराउंडर पांड्या की जगह हनुमा विहारी के रूप में एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को खिलाने का विकल्प चुना गया।
ऐसे में, राजकोट टेस्ट के बाद होने वाले हैदराबाद टेस्ट में में हम एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ को खेलते देख सकते हैं, जिससे मध्य क्रम को मजबूती मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले मध्य क्रम का अच्छा प्रदर्शन भारत के लिए सकारात्मक बात होगी।