इंडियन प्रीमियर लीग अब ‘इंजर्ड प्रीमियर लीग’ बनता जा रहा है। कई नामी गिरामी खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट से हटने का फ़ैसला किया है क्योंकि वो चोट का शिकार हो चुके हैं। चोटिल खिलाड़ियों की वजह से टीम को रिप्लेसमेंट की तलाश करनी पड़ती है। हांलाकि कई क्रिकेटर जो इन चोटिल खिलाड़ियों के बदले टीम में आए हैं वो क़रीब आधे सीज़न बीत जाने पर भी अपना प्रभाव नहीं जमा पाए हैं। कई टीम के मालिकों को अपने फ़ैसले पर अफ़सोस हो रहा है। हम यहां उन 5 न बिकने वाले खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जो अगर इस साल टीम में शामिल किए जाते तो ज़्यादा प्रभावशाली होते।
#4 वरुण आरोन
झारखंड के तेज़ गेंदबाज़ वरुण आरोन भारतीय गेंदबाज़ी विभाग के उभरते हुए सितारे थे। उन्होंने साल 2011 में इंग्लिश टीम के ख़िलाफ़ वनडे में डेब्यू किया था। उनके करियर में चोट का दख़ल कुछ ज़्यादा ही रहा है। इस साल की आईपीएल नीलामी में उनकी बस प्राइस 50 लाख रखी गई थी। आईपीएल में वो डेथ ओवर्स के विशेषज्ञ गेंदबाज़ थे। वो सही अंतराल पर ज़रूरी विकेट निकालत रहते थे। हांलाकि उन्होंने कई आईपीएल टीम को अपनी सेवाएं दीं हैं, लेकिन वो अपनी चोट की वजह से किसी भी टीम के स्थापित गेंदबाज़ नहीं बन सके थे। वो फ़िलहाल फ़ॉर्म में चल रहे हैं लेकिन किसी भी टीम के मालिक ने उन पर दांव लगाना सही नहीं समझा। वो अपनी यॉर्कर गेंद से स्टंप उखाड़ लेते हैं, वो विपक्षी गेंदबाज़ के लिए किसी ख़ौफ़ से कम नहीं हैं। अगर वो टीम में होते तो विदेशी खिलाड़ियों के स्लॉट का इस्तेमाल नहीं करते, उन्हें किसी टीम में न लाना एक बड़ी ग़लती है।
#3 मैट हेनरी
न्यूज़ीलैंड के इस तेज़ गेंदबाज़ को क्रिकेट की दुनिया में उनके प्रतिभा के हिसाब से काफ़ी कम आंका गया है। उनके पास दोनों दिशाओं में स्विंग करने की क़ाबिलियत है, वो किसी टीम के लिए धरोहर से कम नहीं होते हैं। आईपीएल में उन्होंने महज़ 2 मैच खेले हैं, वो अकसर चोट का शिकार रहे हैं। पिछले कुछ सालों में उनकी गेंदबाज़ी में ज़बरदस्त सुधार देखने को मिला है। वो अगर आईपीएल खेल रहे होते तो वो कई मैच में गेम चेंजर साबित हो सकते थे। वो किसी भी मिडियम पेसर के लिए आदर्श विकल्प साबित हो सकते हैं।
#2 थिसारा परेरा
श्रीलंकाई क्रिकेटर थिसारा परेरा दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक हैं। वो आक्रामक अंदाज़ में बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं, जो गेंद को आसानी से बाउंड्री के पार पहुंचाना जानते हैं। उन्होंने वनडे और टी-20 दोनों में हैट्रिक लेने का कारनामा किया है। वो पिछले कुछ सालों में कई आईपीएल टीम का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने 37 आईपीएल मैच खेले हैं जिन में उन्होंने 422 रन बनाए हैं और 31 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने साल 2016 में आख़िरी बार राइज़िंग पुणे सुपरजायंट की तरफ़ से आईपीएल मैच खेला था। हेराथ किसी विस्फोटक बल्लेबाज़ की जगह टीम में शामिल हो सकते थे, लेकिन किसी टीम के मालिक ने इस साल उन्हें आज़माना सही नहीं समझा।
#1 बेन व्हीलर
बेन व्हीलर न्यूज़ीलैंड टीम के वैसे क्रिकेटर हैं जिनके योगदान को कम तरजीह दी गई है। कीवी टीम में उन्हें ज़्यादा मौके नहीं मिल पाए हैं। साल 2015 के वर्ल्ड कप के बाद उन्हें न्यूज़ीलैंड की टीम में शामिल किया गया था। साल 2018 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टी-20 सीरीज़ में उन्होंने दोबारा कीवी टीम में वापसी की थी। उन्होंने 6 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 7 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनका औसत 30.86 और इकॉनमी रेट 10.12 का रहा है। हांलाकि वो इतने किफ़ायती गेंदबाज़ नहीं रहे हैं, लेकिन उनको मौका दिया जाता तो वो अपनी गेंदबाज़ी में सुधार ला सकते थे। इस साल की आईपीएल नीलामी के दौरान उनकी बेस प्राइस 50 लाख रुपये तय की गई थी, लेकिन वो नहीं बिक सके। लेखक- सूरज श्री गणेश अनुवादक- शारिक़ुल होदा