आखिरी बार इन दोनों टीमों ने मुलाकात की,ऑस्ट्रेलिया के लिए रिस्ट स्पिन बहुत अधिक साबित हुआ था, उन्होंने अपने घरेलू परिस्थितियों में 4-1 से मेहमान टीम को धूल चटा दी थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह एक ऐसा समय था जब स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर भी ऑस्ट्रेलियाई के 50 ओवरों की टीम का हिस्सा थे। उनकी अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया टीम को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जब तक उनके विकल्प सही जगह फिट नहीं हो जाते। स्टार्क, कमिन्स, हेज़लवुड और कुल्टर-नाइल की गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज के लिए तेज गेंदबाजी का अनुभव बहुत अच्छा होगा, जिसे बाद में विश्व कप में सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा भारतीय स्पिनरों को भी ऑस्ट्रेलिया की फ्लैट और बल्लेबाज के अनुकूल पिचों पर परीक्षण किया जाएगा, जो स्पिन के लिए अनुकूल नहीं हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरी ताकत के साथ नहीं हो सकती है, लेकिन 8 वनडे भारतीय टीम को एक मजबूत विरोधियों के साथ खुद को परिचित कराने और विश्व कप के दौरान प्रयोग की जाने वाली किसी भी कमजोरियों को पकड़ने का अच्छा समय होगा। लेखक- अनिरूद्ध अनुवादक- सौम्या तिवारी