भारत और इंग्लैंड के बीच जारी क्रिकेट सीरीज में भारत ने जहां टी20 सीरीज में 2-1 से कब्जा जमा लिया, वहीं अब टीम इंडिया की नजरें एकदिवसीय सीरीज पर है। हालांकि भारत की इंग्लैंड के खिलाफ ये एकदिवसीय सीरीज कई मायनों में अहम मानी जा रही है क्योंकि इस सीरीज से ही कई खिलाड़ियों के लिए विश्व कप 2019 के दरवाजे खुलने वाले हैं।
आइए जानते हैं टीम इंडिया की उन जगहों के बारे में जिन पर भारत-इंग्लैंड एकदिवसीय सीरीज के बाद फैसला हो सकता है -
मध्य क्रम: केएल राहुल बनाम श्रेयस अय्यर
भारतीय बल्लेबाजी क्रम में नंबर चार हमेशा से ही मुद्दा बनी रही है। कोच ग्रेग चैपल के दौरान साल 2007 के विश्व कप में सचिन तेंदुलकर का नंबर 4 पर इस्तेमाल किया गया था, जिसका टीम को खामियाजा भी भुगतना पड़ा था। इसके बाद साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में विराट कोहली को नंबर 4 पर उतारा गया।
2015 विश्व कप में धोनी ने अजिंक्य रहाणे को इस जगह के लिए चुना और रहाणे ने भी इस जगह पर खेलते हुए शानदार खेल दिखाया। रहाणे ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2015 विश्व कप में 79 रनों की शानदार पारी भी खेली थी। हालांकि फिलहाल आईपीएल में खराब प्रदर्शन के चलते रहाणे को इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
अब टीम इंडिया में नंबर चार के लिए केएल राहुल अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में शतक लगाकर राहुल ने अपनी फॉर्म में जाहिर कर दी है। हालांकि राहुल अगर अपनी फॉर्म को 2019 तक बरकरार नहीं रख पाए तो श्रेयस अय्यर इस जगह के लिए तैयार हैं।
फीनिशर: सुरेश रैना बनाम दिनेश कार्तिक
बेशक भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 37 साल की उम्र में भी टीम इंडिया के कीमती खिलाड़ी के रूप में अपनी जगह बनाए हुए हैं। महेंद्र सिंह धोनी का इस साल का आईपीएल भी बेहतरीन रहा है और कई मैचों में वो बेहतर फीनिशर के तौर पर भी सामने आए हैं लेकिन विश्व कप 2019 के लिए निचले क्रम में भारत एक फीनिशर की तलाश में है।
सुरेश रैना टीम में वापसी कर चुके हैं और अपने खेल से अपनी जगह भी टीम में पक्की करने में लगे हुए हैं। ऐसे में सुरेश रैना कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देंगे जो उन्हें विश्व कप 2019 की टीम में शामिल होने से रोके।
हालांकि दिनेश कार्तिक भी टीम इंडिया में वापसी कर चुके हैं। दिनेश कार्तिक का भी आईपीएल 2018 सीजन शानदार रहा है और उन्होंने इस सीजन जमकर रन बटोरे हैं। ऐसे में दोनों खिलाड़ियों के बीच फीनिशर के रूप में खुद को साबित करने और विश्व कप 2019 के लिए अपनी जगह बनाए रखने के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
स्पिन अटैक: युजवेंद्र चहल बनाम कुलदीप यादव बनाम अक्षर पटेल
जब रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों की टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया तो काफी लोगों को अंचभा हुआ लेकिन युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से जडेजा और अश्विन की कमी टीम में महसूस नहीं होने दी। पिछले कुछ सालों से कुलदीप यादव सीमित ओवरों के क्रिकेट में शानदार गेंदबाज के तौर पर उभरकर सामने आए हैं। हाल ही में इंग्लैंड और भारत के बीच खेले गए पहले एकदिवसीय मुकाबले में कुलदीप ने 6 विकेट अपने नाम किए हैं। ऐसे में कुलदीप कुछ हद तक टीम इंडिया ने अपनी पकड़ बनाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वहीं युजवेंद्र चहल भी अपनी फिरकी के दम पर कमाल दिखा रहे हैं। हालांकि कुलदीप यादव को पहली पसंद के तौर पर छोड़ दिया जाए तो टीम इंडिया में दूसरे स्पिन गेंदबाज के लिए युजवेंद्र चहल और अक्सर पटेल में टक्कर देखने को मिल रही है। दोनों ही खिलाड़ी फॉर्म में हैं और अपनी स्पिन गेंदबाजी के दम पर कमाल दिखा रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की टीम इंडिया की विश्व कप 2019 की टीम में किसे खेलना का मौका मिलता है।
चौथा पेसर: उमेश यादव बनाम शार्दुल ठाकुर बनाम सिद्धार्थ कौल
भुवनेश्वर कुमार ने काफी सालों की मेहनत से टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की है। स्विंग और डेथ ओवरों में खतरनाक यॉर्कर से भुवी काफी प्रभावित करते आए हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह भी अपनी तेज गेंदबाजी के दम पर टीम के इंडिया के लिए विकेट झटकने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या भी टीम इंडिया के लिए विश्व कप 2019 में पेस अटैकर के तौर पर दिखाई देने वाले हैं।
हालांकि तीन तेज गेंदबाजों के अलावा भारतीय टीम तो एक चौथे पेसर की भी जरूरत महसूस हो रही है। इसके लिए उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, और सिद्धार्थ कौल के पास खुद को साबित करने का मौका है। जो बेहतर खेल दिखाएगा 2019 के विश्व कप में वही टीम इंडिया की टिकट पाएगा।
लेखक: अभ्युदय त्यागी
अनुवादक: हिमांशु कोठारी