टेस्ट क्रिकेट इतिहास की 5 सबसे धीमी पारियां

टेस्ट मैच क्रिकेट के पुराना फॉर्मेट है। इसमें बल्लेबाज़ की टैक्निक, कंट्रोल, धैर्य काफी चीजों का टेस्ट होता है। टेस्ट मैच एक खिलाड़ी को अच्छा क्रिकेटर बनाने में मदद करता है। टेस्ट मैच में मिली जीत की तुलना किसी दूसरे फॉर्मेट की जीत से नहीं की जा सकती। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बहुत सारे खिलाड़ी ने जुझारू पारियों खेलकर अपनी टीम को जिताया है। जबकि काफी बल्लेबाजों ने क्रीज पर खड़े रहकर विकेटों को गिरने से रोका है ताकि टीम को ज्यादा नुकसान ना हो। आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसी टेस्ट पारियों पर जो बहुत ही ज्यादा धीमी थी: # राहुल द्रविड, 96 बॉल में 12 रन (स्ट्राइक रेट-12.50) slow 1 राहुल द्रविड को क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से माना जाता है। 16 साल के क्रिकेट में उन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए। वट द डक नाम के शो के दौरान राहुल ने अपना नाम द वॉल पड़ने को लेकर सफाई दी। राहुल ने कहा, "मैं सही से तो नहीं बता सकता कि ये नाम कब पड़ा। लेेकिन शायद मेरी एक लंबी और उबाऊ पारी के दौरान मैंने हेडलाइन पड़ी थी "द वॉल"। इंग्लैंड के खिलाफ 2007 में आखिरी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में राहुल ने 96 बॉल में 12 रन बनाए थे और मैच ड्रॉ हो गया था। # एबी डीविलियर्स, 244 बॉल में 25 रन (स्ट्राइक रेट- 10.24) slow 2 एबी डीविलियर्स को मौजूदा समय के सबसे घातक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। डीविलियर्स मैदान के किसी भी कोने में शॉट खेल सकते हैं, जिसकी वजह से उन्हें मिस्टर 360 डिग्री कहा जाता है। पिछले साल भारत के खिलाफ दिल्ली टेस्ट मैच में एबी का अलग ही रूप देखने को मिली थी। भारत सीरीज में 2-0 से आगे था। कोटला के मैदान पर 481 रन का टारगेट रखने के बाद भारत जीत के करीब लग रहा था। हाशिम अमला और डीविलियर्स ने भरपूर कोशिश कर मैच को ड्रॉ कराने की कोशिश की। डीविलियर्स ने इस दौरान 244 बॉल में सिर्फ 25 रन बनाए। भारत को मैच 337 रन से जीता। # यशपाल शर्मा, 157 बॉल में 13 रन (स्ट्राइक रेट- 8.28) slow 3 यशपाल शर्मा 1979 से लेकर 1983 तक भारत के किफायती मिडल ऑर्डर बल्लेबाज थे। यशपाल 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के खिलाड़ी भी थे। उनकी सबसे यादगार पारी 1980-81 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट मैच में आई। 5वें टेस्ट मैच में उन्हें गुंडप्पा विश्वनाथ के साथ मिलकर 316 रनों की पार्टनरशिप की और 140 रन बनाए। 1981 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने एडिलेड में एक और यादगार पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 528 रन बनाए, जवाब में भारत ने 419 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 331 रन का लक्ष्य रखा। शर्मा ने 157 बॉल में 13 रन बनाए और भारत मैच को ड्रॉ कराने में कामयाब रहा।
# हनीफ मोहम्मद, 223 बॉल में 20 रन ( स्ट्राइक रेट-8.96)
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पाकिस्तानी बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद का टेस्ट करियर काफी अच्छा रहा है। 55 टेस्ट मैचों में उनके नाम 12 शतक हैं। 1958 में बारबाडोस में उन्होंने ट्रिपल सैंचुरी लगाकर, ऐसा करने वाले पहले पाकिस्तानी का गौरव हासिल किया। वो पारी आज भी क्रीज पर बिताए गए समय के हिसाब से सबसे लंबी पारी है। हनीफ ने 970 मिनट बल्लेबाजी कर 337 रन बनाए।
1954 में पाकिस्तान के इंग्लैंड दौरे पर हनीफ ने 223 बॉल में सिर्फ 20 रन बनाए। पाकिस्तान की पूरी टीम 87 रन पर ढेर हो गई। हालांकि ये मैच ड्रॉ हुआ।
# जैफ एलॉट, 77 बॉल में 0 रन slow 5

जैफ एलॉट बाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे, जिन्होंने 1999 क्रिकेट वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के लिए अच्छा काम कर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था। उन्हें कीवी टीम के लिए 10 टेस्ट और 31 वनडे मैच खेले हैं। उनको सबसे ज्यादा बॉल खेलकर बिना कोई रन बनाने के लिए याद किया जाता है। 1999 में साउथ अफ्रीका के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान मेहमान टीम ने 621 रन बनाए। एलॉट जब न्यूजीलैंड के लिए बैटिंग करने आए तो 9 विकेट पर 320 रन बन गए थे। कीवी टीम को फॉलोऑऩ बचाने के लिए 101 रन की दरकार थी। एलॉट क्रीज पर खड़े रहे और 77 बॉल खेलकर आउट हुए।

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