अपने घर में सफेद जर्सी में टीम इंडिया का विजयरथ जारी है। बांग्लादेश के खिलाफ एकलौते टेस्ट में भारतीय टीम ने जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया को अच्छी मैच प्रैक्टिस भी मिल गई है। इसके साथ यहां जीत दर्ज करने बाद टीम इंडिया कंगारुओं के खिलाफ बढ़े हुए मनोबल के साथ उतरेगी। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में लगभग सभी भारतीय बल्लेबाजों के बल्ले से रन निकले। वहीं तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन में भी निखार आया है। हालांकि इस सबके बावजूद भी कुछ ऐसे फैक्टर्स हैं, जिन पर विराट को काम करने की जरूरत है। आइए नजर डालते हैं उन 5 फैक्टर्स पर जिन पर विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट को सोचने की जरूरत है: #1 बैकअप ओपनिंग जोड़ी पहली ओपनिंग जोड़ी के तौर पर टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद मुरली विजय और के एल राहुल की जोड़ी होगी। दोनों ही बल्लेबाजों ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में शतकीय पारियां खेली हैं। लिहाजा पहला मौका तो इन दोनों को ही मिलना चाहिए। लेकिन इनके बैकअप के तौर पर किसे मौका दिया जा सकता है। हाल ही में विजय और राहुल दोनों चोट से जूझ रहे थे, ऐसे में भारत को अपनी बैकअप ओपनिंग जोड़ी भी रखनी होगी। बांग्लादेश के खिलाफ अभिनव मुकुंद रिजर्व ओपनर थे और उन्हें उस टेस्ट मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। घरेलू मैचों में दमदार प्रदर्शन के चलते मुकुंद ने तीसरे ओपनर के तौर पर अपनी जगह बनाई। लेकिन शिखऱ धवन क्या होगा ? क्या शिखर कमबैक कर पाएंगे। वहीं इन खिलाड़ियों के बीच गौतम गंभीर की जगह कहां बनती है, क्या भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ठान लिया है कि वो अब कभी गौतम गंभीर को मौका नहीं देगा। जाहिर है यहां विराट कोहली और अनिल कुंबले के पास ओपनर्स की कमी नहीं है लेकिन ज्यादा विकल्पों की वजह से चयन की समस्या है। #2 भारतीय टेस्ट टीम में करूण नायर की जगह कहां बनती है? तिहरा शतक जड़ने के बाद भी अगर कोई टीम से बाहर बैठा हो, तो शायद वो यही सोच रहा होगा कि, आखिर उसे प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाने के लिए क्या करना होगा? इतना ही नहीं कर्नाटक के बल्लेबाज का फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड भी शानदार रहा है। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ मौका मिलते ही करूण ने अपने पहले ही इंटरनेशनल मुकाबले में भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। लेकिन बावजूद इसके वो प्लेइंग इलवेन से बाहर हैं। ऐसे में विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट को ये कोशिश करनी होगी कि वो नायर को जल्द से जल्द प्लेइंग इलेवन में शामिल करें, ताकि टीम से बाहर करने पर जो उनका आत्मविश्वास गिरा है वो फिर से वापस लौटे। हालांकि ये कहना आसान है लेकिन मिडिल ऑर्डर में जगह मिलना बेहद मुश्किल। बांग्लादेश के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेलकर रहाणे ने भी फॉर्म में वापसी के संकेत दिए थे। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि नायर की उस पारी के बाद प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह तो बनती है। लेकिन ये भी गौर करने वाली बात होगी कि आखिर किसकी जगह उन्हें मौका दिया जाएगा। #3 तेज गेंदबाजों का कॉम्बिनेशन बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में टीम इंडिया 3 तेज गेंदबाजों के साथ उतरी थी तो इस पर कई सवाल भी उठे थे। लेकिन आखिरकार भारतीय तेज गेंदबाजों ने इसे अपने प्रदर्शन से सही भी साबित किया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के टीम इंडिया 3 स्पनिर्स के साथ उतरेगी ऐसे में कौन सा तेज गेंदबाज प्लेइंग इलेवन से बाहर होगा। बांग्लादेश के खिलाफ दोनों पारियों में उमेश यादव ने अच्छी गेंदबाजी की थी। वहीं मैच के पांचवे दिन ईशांत शर्मा ने बांग्ला बल्लेबाजों को अपनी रिवर्स स्विंग से अच्छा खासा परेशान किया। लिहाजा 3 स्पिनर्स को शामिल किया जाएगा तो अब भुवनेश्वर कुमार ही बचते हैं जिन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा। मोहम्मद शमा चोट की वजह से अभी भी टीम से बाहर हैं। लेकिन जब फिट होकर टीम में वापसी करेंगे तो तेज गेंदबाजी डिपार्ट्मेंट में कप्तान कोहली की पसंद शमी ही होंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया कंडीशन्स को ध्यान में रखकर ही अपने गेंदबाजों का चुनाव करेगी। #4 तीसरा स्पिनर कौन? आर.अश्विन और रविन्द्र जडेजा भारत में किसी भी टीम की बैटिंग लाइन अप की धज्जियां उड़ा सकते हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मुख्य स्पिनर दो जडेजा और अश्विन ही होंगे। वहीं तीसरे स्पिनर के तौर पर जयंत यादव का दावा भी मजबूत है। इंग्लैंड के खिलाफ जयंत ने बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया था। जबकि लिमिटेड ओवर्स के क्रिकेट में अमित मिश्रा भी मैच विनर बनकर उभरे हैं। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में वो इतने प्रभावी साबित नहीं हुए अमित मिश्रा और जयंत यादव के अलावा कुलदीप यादव भी इस रेस में शुमार हैं। कुलदीप को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने का मौका मिल सकता है। यादव अपनी चाइनामैंन गेंदबाजी से कंगारू बल्लेबाजों को चौंका सकते हैं। #5 रिवर्स स्विंग का हैंडल करना भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज शुरू होने से पहले ही स्पिन को लेकर चारों और बातें हो रही हैं कि सीरीज में स्पिनर्स को दबदबा होगा। लेकिन रिवर्स स्विंग की और किसी का ध्यान नहीं गया। पिछले कुछ समय से भारतीय तेज गेंदबाजों ने भी पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग कर अहम मौकों पर विकेट चटकाएं हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ रिवर्स स्विंग को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकती है। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड भी गेंद तो रिवर्स कराने की क्षमता रखते हैं। कोहली एंड कंपनी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस चैलेंज के लिए भी तैयार रहना होगा। हालांकि इतना जरूर कहा जा सकता है कि जिस तरह से भारतीय टीम अपने घर में लगातार अच्छा खेल रही है उसे देखकर लगता है कि टीम इंडिया का पलड़ा जरूर भारी है, और इन सवालों के जवाब ढूंढकर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कर सकती है।