कोहली के शानदार प्रदर्शन के बावजूद, मेजबान भारतीय टीम पहले एकदिवसीय मैच में जीत न हासिल कर सकी। न्यूजीलैंड की टीम ने जोश से भरा, एकजुट प्रदर्शन दिखाते हुए पहला एकदिवसीय अपने नाम कर लिया था. अब जब बात दूसरे वनडे में वापसी की हो रही है तो इसके लिये कुछ ऐसी समस्याओं को हल किया जाना जरुरी है, जो की पहले मैच में भारतीय टीम की हार के कारण बने। यहां इस लेख में, हम उन 5 संभावित बदलावों पर एक नज़र डाल रहे हैं, जिनसे टीम आने वाले मैचो में विजय की और अपने कदम बढ़ा सके: # 5 बीच के ओवरों में विकेट की तलाश न्यूज़ीलैंड की पारी के दौरान गेंद के साथ अच्छी शुरुआत होने के बाद, भारत ने रॉस टेलर और टॉम लैथम को एक साझेदारी को बनाने की अनुमति दे दी और अंत में इसी ने भारतीयों से खेल को दूर कर दिया। यह वह जगह है जहां कोहली को ऊपर उठते हुए और विकेट की तलाश होनी चाहिए, जिससे वो खेल को नियंत्रण से बाहर जाने की अनुमति न दें। उन्हें अपने गेंदबाजों का मिश्रण तैयार कर मैच पर बीच ओवरों में विकेट की तलाश कर नियंत्रण बनाना होगा। # 4 दिनेश कार्तिक को नंबर 4 पर बल्लेबाजी करनी चाहिए केदार जाधव के बारे में बहुत कुछ अच्छा है, लेकिन वह नंबर 4 के बल्लेबाज नहीं हैं। टीम प्रबंधन उस जगह पर उन्हें अवसर देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। दूसरी ओर, दिनेश कार्तिक, जो कि टीम सेटअप में वापसी कर रहे हैं, 5 वें नंबर पर अच्छे फॉर्म में दिख रहे हैं और इस प्रकार नंबर 4 पर चलने के लिए वे सबसे उपयुक्त हो सकते हैं। शुरुआती विकेट गिरने पर कार्तिक न केवल दबाव में खेलने और रन स्कोर करने की क्षमता रखते है, बल्कि पूरी पारी में सही स्कोरिंग भी रख सकते है। इसके अलावा कार्तिक अपने पारी के अंत में लंबे-लंबे शॉट भी खेल सकते हैं।जिससे वह नंबर 4 की पोजीशन में एकदम सही और फिट बैठते हैं। # 3 केदार जाधव को गेंदबाज़ी करनी चाहिए केदार जाधव ने हमेशा अपनी अनोखी गेंदबाजी शैली के साथ विकेट लेने में सफलता पाई है। इसलिए जब कोहली ने पहले एकदिवसीय मैच के दौरान उन्हें गेंदबाज़ी नहीं दी तो सबको हैरानी हुई। वो भी तब जब पिछले साल न्यूजीलैंड के भारत दौरे के दौरान जाधव ने अच्छी गेंदबाजी की थी। जाधव ने 17 पारियों में 16 विकेट लिए हैं और ये आंकड़े उन्हें एक बेहतर गेंदबाज़ दिखाते है। इस प्रकार एक ऐसे विकल्प का प्रयोग किया जाना चाहिए! # 2 पॉवरप्ले में स्पिन का प्रयोग भारतीय़ टीम में इस वक्त दो कलाई वाले स्पिनर हैं और दोनों मैच विजेता बनकर उभरे हैं। इसलिये कोहली को पॉवरप्ले के दौरान गेंदबाजी आक्रमण में इनका प्रयोग करने में घबराना नहीं चाहिए। इसके अलावा शुरूआती ओवरों के दौरान सर्कल में अधिक क्षेत्ररक्षकों होने से बल्लेबाज स्ट्रोक के लिए जाएंगे। इससे विकेट मिलने की संभावना ज्यादा रहेगी। # 1 सालामी बल्लेबाजों को नई गेंद के खिलाफ सावधानीपूर्वक खेलना होगा विराट कोहली की बेहतरीन पारी के बावजूद भारत के लगभग 20-30 रन कम थे, जो कप्तान ने खुद स्वीकार किया था।इसका सबसे मुख्य कारण था कि सलामी बल्लेबाजों को शुरुआत में ही ट्रेंट बोल्ट ने चलता किया था। बोल्ट की गेंदबाज़ी बेहतरीन थी और वह खतरनाक भी लगे अपनी गति से, लेकिन भारतीय बल्लेबाजी में भी कमी थी और उन्होंने बहुत से शॉट गलत खेला। कई बल्लेबाज खुद की गलती से आउट हुए थे। सलामी बल्लेबाजों को शुरुआत में सावधानी पूर्वक खेलना होगा। ये ऐसे सबक है जिन्हें सीखते हुए भारतीय टीम को अपने कदम इस सिरीज में आगे बढ़ाने होंगे।