दोनों पारियों को मिलाकर ऑस्ट्रेलिया के नीचे के पांच बल्लेबाजों ने 210 रन जोड़े, जबकि भारत के लोअर ऑर्डर ने जोड़े सिर्फ 28 रन। दोनों टीमों के बीच इस अंतर ने भी मैच के नतीजे पर असर डाला। स्टार्क ने पहली पारी में 61 रन बनाए। जबकि दूसरी पारी में 30 रनों का अहम योगदान दिया। वहीं पहली पारी भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों का काम तमाम ओ कीफ ने किया। तो दूसरी पारी नाथन लायन ने उन्हें आते ही पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। भारतीय टीम टेस्ट पिछले 19 टेस्ट से अपराजेय है, तो भारत की इस जीत में पुछल्ले बल्लेबाजों ने अहम योगदान दिया है। अश्विन, जडेजा, और जयंत ने लोअर ऑर्डर में बल्ले से भी रन बरसाए हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये तीनों फ्लॉप रहे। हालांकि इस टेस्ट मैच में किसी भी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी और लोअर ऑर्डर ने भी उन्हीं को फोलो करते हुए टीम का बंटाधार कर दिया। कुल मिलाकर भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के बाद स्टीवन स्मिथ अपने स्पिनर्स से बेहद खुश होंगे कि उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को अपने हाथ खोलने के भी मौके नहीं दिए।