बात चाहे पुराने जमाने के क्रिकेट की हो या आधुनिक समय की। लेकिन बढ़ती साझेदारी को तोड़ने के लिए पार्टटाइमर का हमेशा अच्छा योगदान रहा है। इसलिए अच्छे गेंदबाज़ी परिवर्तन करना भी अहम होता है। जब मैच में बढ़ी साझेदारी बनती है, तो दबाव बनाने कठिन हो जाता है। इसलिए हमें गेंदबाज़ी परिवर्तन करके विपक्षी बल्लेबाज़ से गैर जरुरी गलती करवाना एक अहम चाल साबित होता है। ऐसा काम पार्टटाइमर गेंदबाज़ कर सकता है। मुरली विजय, रोहित शर्मा और करुण ऐसा करने में सक्षम हैं।
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