कोहली की कप्तानी का अहम हिस्सा छींटाकसी है। लेकिन उन्हें खुद को कण्ट्रोल करना भी सीखना होगा, क्योंकि छींटाकशी का नकारात्मक असर खुद के खिलाड़ियों पर भी पड़ता है। दुनिया की सभी टीमों में आक्रामकता से भारतीय टीम की आक्रामकता बेहद अलग है। लेकिन जब कप्तान खुद इसमें ज्यादा इन्वोल्व रहते हैं। जो कभी-कभी ज्यादा हो जाता है। ऐसा भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरिज के दौरान काफी देखा गया है। स्टीव स्मिथ के साथ उनकी भिड़ंत पूरी सीरिज में चर्चा का विषय बनी रही है। सीरिज के बाद स्मिथ ने माफ़ी मांगी थी। जिससे कोहली को बचना चाहिए।
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