#1 एशेज में सर्वाधिक दोहरे व तीहरे शतक
रनों के लिए अतृप्त भूख का मतलब था कि जब भी सर डॉन ने 100 रनों का आंकड़ा पार किया, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वह बड़ी पारी खेलेंगे। उनके दो तीहरे शतक और 12 दोहरे शतक अब भी टेस्ट क्रिकेट में विश्व रिकॉर्ड हैं। कुछ खिलाड़ी इस रिकॉर्ड लिस्ट में उनके करीब पहुंचने में कामयाब हुए, लेकिन कोई भी इसे अभी तक नहीं पार कर पाया है। वहीं एशेज के संदर्भ में, वह बाकियों से काफी आगे नजर आते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ 2 ट्रिपल सेंचुरी और 6 दोहरे शतक के साथ वह इस श्रेणी में दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से दोगुने हैं। वाल्टर हैमंड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 दोहरे शतक के साथ दूसरे स्थान पर हैं। लीड्स चार साल के अंतराल के अंदर सर डॉन द्वारा लगाये गए दो तीहरे शतकों का गवाह बना। 1930 की एशेज सीरीज़ में उन्होंने बेहतरीन 334 रन बनाए, जहां उन्होंने एक ही दिन में 309 रन का स्कोर बनाकर इंग्लिश बॉलिंग लाइनअप को तहस नहस कर दिया था। यह उनकी महानता का एक प्रमाण है कि आज के युग में आसान बल्लेबाजी पिच और छोटी बाउंड्री होने के बावजूद उनका वह रिकॉर्ड आज भी कायम है। उनके 6 दोहरे शतक समान रूप से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की भूमि के बीच विभाजित थे। 270, 234 और 212 के स्कोर क्रमशः मेलबर्न, सिडनी और एडिलेड में आए थे, जबकि लॉर्ड्स और ओवल ब्रैडमैन के 254, 244 और 232 रनों का गवाह रहा था। मेलबर्न में उनके द्वारा बनाये गये 270 रन का विशेष उल्लेख होना चाहिए क्योंकि इस पारी को विस्डेन ने 'सर्वश्रेष्ठ खेली गयी पारी' के रूप में चुना था। मेलबर्न में बादल छाए रहने की स्थिति को देखते हुए, ब्रैडमैन ने अपने बल्लेबाजी क्रम को तीसरी पारी में उलट दिया। वह सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए आए थे जब टीम 97/5 के साथ संकट से जूझ रही थी। उन्होंने जैक फिंग्लटन के साथ 6ठे विकेट के लिए 346 रन बनाए। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया यह मैच 365 रन के विशाल अंतर से जीत गया। लेखक- ओमकार मांकमे अनुवादक- सौम्या तिवारी