AUSvENG: एशेज़ के 5 ऐसे रिकॉर्ड जो शायद कभी न टूटें

6ac0d-1510655789-800

कहा जाता है कि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं, लेकिन एशेज़ के कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी हैं जिनको तोड़ना लगभग नामुमकिन सा है। चार्ल्स बैनरमैन, सर डॉन ब्रैडमैन का दौर हो या जिम लेकर, इयान बॉथम का, फिर हाल के वक़्त में एलिस्टेयर कुक और स्टीव स्मिथ का दौर, इस सभी बड़े खिलाड़ियों की मौजूदगी में एशेज़ में कई रिकॉर्ड बने और टूटे हैं। कुछ रिकॉर्ड को काफ़ी ऊंचाई हासिल हुई है, और कुछ कीर्तिमान ऐसे हैं जो बनने के क्रम में हैं। लेकिन एशेज़ के कुछ ऐसे बेहरतीन रिकॉर्ड हैं जो मौजूदा खिलाड़ियों के लिए दूर की कौड़ी नज़र आते हैं। मिचेल स्टार्क, एलिस्टेयर कुक, स्टीव स्मिथ और जेम्स एंडरसन कुछ रिकॉर्ड का पीछा कर रहे हैं मगर वो शायद ही इनको तोड़ पाएं। यहां हम एशेज़ के 5 ऐसे रिकॉर्ड के बारे में जानेंगे जिनको तोड़ना लगभग नामुमकिन है: शेन वॉर्न के कुल विकेटों की संख्या एशेज़ के इतिहास में सबसे ज़्यादा विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड शेन वॉर्न के नाम है। इस लेग स्पिनर ने 36 मैचों में 195 विकेट लिए हैं, ये किसी भी खिलाड़ी के द्वारा किसी भी एक विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ लिया गया सबसे ज़्यादा विकेट का विश्व रिकॉर्ड भी है। एशेज़ में शेन वॉर्न के बाद ग्लेन मैक्ग्रा के विकेट की संख्या सबसे ज़्यादा है, मैक्ग्रा ने 157 विकेट हासिल किए हैं। इस रिकॉर्ड का टूटना इसलिए मुश्किल है क्योंकि इसके लिए किसी भी खिलाड़ी को काफ़ी ज़्यादा मैच खेलने होंगे। अगर किसी को ये रिकॉर्ड पार करना है उसे कम से कम 8 एशेज़ सीरीज़ खेलनी होगी। इसका मतलब ये हुआ कि उस खिलाड़ी अपनी टीम के लिए लगभग डेढ़ दशक तक खेलना होगा। मौजूदा दौर में तेज़ गेंदाबाज जितनी बार चोट का शिकार होते हैं और दोनों टीम में जिस तरह विश्व स्तर के स्पिन गेंदबाज़ों की कमी है, तो ऐसे में शेन वॉर्न का रिकॉर्ड शायद ही टूट पाए। हाल के दौर के गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने क्रमश: 87 और 84 विकेट हासिल किए हैं, यानी वो दोनों गेंदबाज़ शेन वॉर्न के रिकॉर्ड से करीब 100 विकेट दूर हैं और दोनों ही खिलाड़ी 30 साल की उम्र में पहुंच चुके हैं, तो ऐसे में इनके लिए शेन वॉर्न का रिकॉर्ड कोसों दूर है। सर डॉन ब्रैडमैन की सबसे ज़्यादा सेंचुरी का रिकॉर्ड 4ea3f-1510655843-800 हांलाकि विश्व के महानतम बल्लेबाज़ सर डॉन ब्रैडमैन ने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए हैं लेकिन इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 19 शतकों का रिकॉर्ड शायद सबसे ख़ास है। ये किसी भी खिलाड़ी के द्वारा किसी भी एक विपक्षी टीम के ख़िलाफ़ बनाया गया सबसे ज़्यादा सेंचुरी का रिकॉर्ड है। अक्सर बल्लेबाज़ का करियर गेंदबाज़ के करियर से ज़्यादा लंबा होता है, फिर भी ब्रैडमैन के इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए जिसने मैच खेलने होंगे जो हाल के दौर में किसी भी खिलाड़ी के लिए नामुमकिन सा है। ब्रैडमैन के बाद एशेज़ में सबसे ज़्यादा सेंचुरी का रिकॉर्ड जैक हॉब्स के नाम है जिन्होंने 12 शतक बनाए थे। मौजूदा खिलाड़ियों में स्टीव स्मिथ ने महज़ 5 शतक ही लगाए हैं। 19 शतक बनाने के लिए ब्रैडमैन ने सिर्फ 37 मैच खेले थे। औसत के मुताबिक उन्होंने हर दूसरे एशेज़ टेस्ट में एक शतक लगाया था। अगर किसी खिलाड़ी को ब्रैडमैन के करीब भी पहुंचना है तो उसे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखते हुए 5 या 6 एशेज़ सीरीज़ खेलना होगा, जो बेहतरीन खिलाड़ियों के लिए भी काफ़ी मुश्किल है। एशेज़ टेस्ट में किसी एक टीम का सर्वाधिक स्कोर 6a4c6-1510655881-800 टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ़ 2 ही टीम ऐसी हैं जिसने एक इनिंग में 900 रन का आंकाड़ा पार किया हो। इंग्लैंड ने साल 1938 में सबसे ज़्यादा टीम स्कोर बनाया था जिसका रिकॉर्ड श्रीलंका ने साल 1997 में तोड़ा। हांलाकि आज के दौर में क्रिकेट और खिलाड़ी दोनों का स्तर काफ़ी बेहतर हुआ है, फिर भी इस तरह का रिकॉर्ड टूटना नामुमकिन सा इसलिए है क्योंकि मौजूदा दौर में टीम रिकॉड से ज़्यादा जीत और हार की फ़िक्र करती है। किसी भी टीम को 900 रन बनाने के लिए न सिर्फ़ अच्छी बल्लेबाज़ी और बेहतर रन रेट की ज़रूरत पड़ेगी बल्कि पूरी टीम को क़रीब 2 दिनों तक पिच पर मौजूद रहना होगा। अगर किसी को टेस्ट बचाने की ज़रूरत न पड़े तो भी शायद ही कोई ऐसी टीम होगी जो 2 दिनों तक बल्लेबाज़ी करेगी, चाहे वो इंग्लैंड हो या ऑस्ट्रेलिय़ा। यही वजह कि ओवल में इंग्लैंड का 903/7 का रिकॉर्ड, जब टीम ने 335.2 ओवर तक बल्लेबाज़ी की थी और अंग्रेज़ों ने पांचवां टेस्ट पारी से जीता था और सीरीज़ 1-1 से बराबर हुई थी, इसे तोड़ पाना लगभग नामुमकिन है। टेस्ट में सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी 1d0d4-1510655933-800 जिम लेकर पहले ऐसे गेंदबाज़ थे जिन्होंने टेस्ट मैच की एक इनिंग में सभी 10 विकेट हासिल किए, जो टेस्ट इतिहास में सबसे बेहतर गेंदबाज़ी का भी विश्व रिकॉर्ड है। ये रिकॉर्ड साल 1956 में मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान बना था जब जिम लेकर ने मैच की दोनों इनिंग्स मिलाकर कुल 19 विकेट लिए थे और 90 रन दिए थे, इस तरह उन्होंने इंग्लैंड की टीम को पारी की जीत दिलाई थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ़ 2 गेंदबाज़ ऐसे हैं जिनहोंने एक इनिंग में सभी 10 विकेट हासिल किए। जिम लेकर के अलावा भारत के अनिल कुंबले ने दिल्ली में पाकिस्तान के सभी 10 खिलाड़ियों को आउट किया था। मौजूदा दौर में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों के पास विश्व स्तर के गेंदबाज़ मौजूद हैं फिर भी जिम लेकर के बाद 6 दशकों में भी किसी भी खिलाड़ी ने एक एशेज़ टेस्ट मैच में 16 से ज़्यादा विकेट हासिल नहीं किए हैं। तो ऐसे में ये कहना ग़लत नहीं होगा कि जिम का ये रिकॉर्ड शायद ही टूटे। पिछले दो दशकों में जब हमने शेन वॉर्न, ग्लेन मैक्ग्रा, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए देखा है, फिर भी किसी खिलाड़ी ने एशेज़ के एक टेस्ट मैच में 12 विकेट का भी आंकाड़ा पार नहीं किया। साल 1999 में स्टुअर्ट मैक्गिल ने सिडनी टेस्ट में 12 विकेट हासिल किए थे।

एशेज़ में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड

9a5a6-1510655980-800

ब्रैडमैन का किसी भी एक टीम के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड टूटना इसलिए भी नामुमकिन है क्योंकि उस वक़्त सिर्फ़ इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ही आपस में टेस्ट मैच खेलते थे, लेकिन आज ऐसे हालात नहीं हैं। मौजूदा दौर में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया 6 अलग टीम के साथ भी टेस्ट सीरीज़ खेलते हैं। इस मतलब ये हुआ कि वो आज सिर्फ़ एशेज़ सीरीज़ नहीं खेलते हैं जैसे पहले खेला करते थे, यानि किसी भी खिलाड़ी को इतना टेस्ट मैच किसी भी एक टीम के ख़िलाफ़ खेलने को नहीं मिलेगा जितना ब्रैडमैन को मिला था। हाल के खिलाड़ियों में इंग्लैंड के एलिस्टर कुक ही ऐसे हैं जिनहोंने साल 2006 से लगातार एशेज़ सीरीज़ खेले हैं, और 2000 रन बनाए हैं। सर डॉन बैडमैन ने 37 एशेज़ टेस्ट मैचेज़ में 5028 रन बनाए हैं, जो सिर्फ़ एशेज़ सीरीज़ का ही नहीं बल्कि विश्व रिकॉर्ड भी है। बेहद मुमकिन है कि बैडमैन का ये रिकॉर्ड कभी नहीं टूटेगा। लेखक: श्रीहरी अनुवादक: शारिक़ुल