पाकिस्तान का हाल ही में टेस्ट सीरिज में सफाया करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम का अगला दौरा भारत का होने वाला है। जहां उन्हें 23 फरवरी से भारत के साथ 4 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। स्मिथ एंड कंपनी के लिए भारतीय दौरा पूरी तरह से अलग होगा। दक्षिण अफ्रीका से मिली करारी हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया। जिसमें मैथ्यू रेंशा और पीटर हैंड्सकाम्ब का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, जिनका असली टेस्ट भारत दौरे पर होगा। इससे पहले भी ऑस्ट्रेलियाई टीम विदेशों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है। जिसमें श्रीलंका ने उन्हें 3-0 से हराया था। इसका सबसे अहम कारण टीम में क्वालिटी स्पिनर का न होना होता है। साथ ही बल्लेबाजों का स्पिन गेंदबाजों को बेहतर ढंग से न खेल पाना रहा है। ऐसे में इंग्लैंड की तरह ही कंगारू टीम भी घरेलू स्तर के बेहतरीन स्पिनरों को टीम में शामिल करेंगे। जिसमें नाथन लियोन के अलावा कई युवा खिलाड़ी भी हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे ही 5 संभावित स्पिनरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम में मौका मिल सकता है: स्टीव ओ कीफे स्टीव ओ कीफे साल 2012 में दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ अपना डेब्यू कर चुके हैं। लेकिन वह टीम में अपनी जगह पुख्ता नहीं कर पाए हैं। वह शेन वार्न के युग के बाद खेलने वाले सबसे दुर्भाग्यशाली गेंदबाज़ हैं। लेकिन उन्हें भारतीय दौरे के लिए ट्रायल में बुलाया गया है। बाएं हाथ के परम्परागत स्पिन गेंदबाज़ ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ 104 रन देकर 4 विकेट लिये थे। सबसे अहम बात ये है कि उन्होंने 3 विकेट पाक की दूसरी पारी में लिए थे। जिसमें उन्होंने कप्तान मिस्बाह-उल-हक को आउट किया था। न्यूसाउथ वेल्स के इस खिलाड़ी ने घरेलू सीजन में भी उन्होंने 11 विकेट लिए हैं। स्टीव ने श्रीलंका के खिलाफ भी अच्छी गेंदबाज़ी की थी। जहां चोट की वजह से वह बीच दौरे से वापस आ गये थे। ओ कीफे भारत दौरे पर दायें हाथ के भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़ सकते हैं। उनका घरेलू स्तर का अनुभव भी यहां काम कर सकता है। इसके अलावा एशिया में खेलने का उनका अनुभव भी यहां काम आ सकता है। एश्टन एगर एश्टन एगर की उम्र 23 वर्ष है। साल 2013 में इस प्रतिभावान खिलाड़ी ने डेब्यू किया था। लेकिन कम मौके मिलने से उनका कोई खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला है। बिग बैश लीग और घरेलू सीजन में उनका प्रदर्शन सबसे शानदार रहा है। शेफील्ड शील्ड में भी उन्होंने 16 विकेट लिए थे। इसके अलावा उन्होंने बल्ले से भी अहम योगदान दिया है। ओ कीफे के बराबर अनुभव कम हो लेकिन उनका हालिया प्रथम श्रेणी क्रिकेट में SCG में 10 विकेट लेकर का शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि ओ कीफे ने भी न्यूसाउथ वेल्स के लिए इसी मैच में 8 विकेट लिए थे। एगर में बल्ले से भी बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता है। ऐसे में वह ओ कीफे के ऊपर तरजीह पा सकते हैं। और भारत के दौरे पर आ सकते हैं। एडम ज़म्पा एडम ज़म्पा सीमित ओवर के क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया है। ऐसे में उन्हें टेस्ट टीम में शामिल किया जा सकता है। अपने डेब्यू के बाद से ज़म्पा ने कई बार मैच विनिंग प्रदर्शन किया है। दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी ने सीमित ओवर के क्रिकेट में 27.18 के औसत से 30 विकेट लिए हैं। हालांकि अभी उन्हें टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है। इस बार भी घरेलू स्तर पर ज़म्पा ने तीन मैचों में 9 विकेट लिए हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर स्पिनर को बहुत कम ही स्पिन मिलता है। लेकिन लेग स्पिनर ज़म्पा ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ी आक्रमण को काफी मजबूती प्रदान की है। ऐसे में भारतीय विकेट पर वह अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते हैं। टीम में एक ऑफ स्पिनर और एक लेग स्पिनर के कॉम्बो के साथ ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ खेल सकता है। ऐसे में ज़म्पा उनके लिए कम्पलीट पैकेज साबित हो सकते हैं। मिचेल स्वेप्सन मिचेल स्वेप्सन 23 वर्षीय लेग स्पिनर हैं, जो बिग बैश लीग में ब्रिसबेन हीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। शेफील्ड शील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं के रेडार पर मिचेल का नाम भी है। जो भारत के दौरे के लिए टीम में जगह बना सकते हैं। स्पिन के किंग शेन वार्न ने स्वेप्सन की तारीफ़ कर चुके हैं। साथ ही उन्हें भारत दौरे पर ले जाने का सुझाव भी डे चुके हैं। इसके अलावा माइकल क्लार्क भी उनका सपोर्ट कर चुके हैं। स्वेप्सन ने 14 मैचों में 41 विकेट लिए हैं। लम्बे फॉर्मेट में वह दक्षिण अफ्रीका ए और भारत ए के खिलाफ वह ऑस्ट्रेलिया ए की तरफ से खेल चुके हैं। इसके अलावा वह बिग बैश लीग में भी काफी सफल रहे हैं। स्वेप्सन भले ही अभी ज्यादा मैच नहीं खेले हों। लेकिन ज़म्पा के बैकअप के तौर चयनकर्ता उन्हें टीम शामिल कर सकते हैं। कैमरून बोयस कैमरून बोयस कुईंसलैंड के अनुभवी लेग स्पिनर हैं। जिनका घरेलू स्तर पर प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। वह मौजूदा समय में होबार्ट हरिकेन की तरफ से बिग बैश लीग में खेल रहे हैं। 27 वर्षीय बोयस ने छोटे प्रारूप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया है। लेकिन अभी तक उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है। लेकिन वह पिछले 7 साल से लगातार प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे हैं। बोयस का प्रदर्शन भले चयनकर्ताओं को न समझ आया हो लेकिन उनके कोच और पूर्व टेस्ट ऑफ स्पिनर एश्ले मैट ने उन्हें बड़े करीब से खेलते देखा है। उन्होंने बोयस के खेल की तारीफ़ की है। साल 2013-14 के घरेलू सत्र में बोयस ने 26 विकेट लिए थे। जिसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया ए टीम में चुना गया था। ज़म्पा के बाद अगर किसी स्पिनर को चुना जाता है, तो बोयस और स्वेप्सन के बीच टॉस होना चाहिए। फिर किसी एक को टीम में शामिल करना चाहिए।