ये सच है कि विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी का इंडियन क्रिकेट टीम में कोई सानी नही है। उनसे बेहतर विकेटकीपर शायद इस वक्त भारतीय क्रिकेट मे हो। लेकिन अगर बंटवारा नही हुआ तो शायद मुशफिकुर रहीम धोनी के एक विकल्प के तौर पर होते। मुशफिकुर रहीम भी काफी प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। वो लंबे समय से बांग्लादेशी टीम के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेल रहे हैं। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में सुधार के लिए काफी कड़ी मेहनत की है। यही वजह है कि वो इस समय बांग्लादेश के भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं। तमीम इकबाल की ही तरह मुशफिकुर की बल्लेबाजी में भी 2012 एशिया कप के बाद काफी सुधार आया। टूर्नामेंट से पहले वनडे मैचो में उनका औसत 25.47 का था लेकिन टूर्नामेंट के बाद ये औसत बढ़कर 40.86 का हो गया। टेस्ट मैचो में भी 2012 एशिया कप से पहले जहां उनका औसत 29.01 का था वहीं इसके बाद 43.53 का हो गया। यहां एक रोचक आंकड़ा ये भी है कि उसी दौरान एम एस धोनी का टेस्ट मैचो में औसत 40.20 का रहा।