क्रिकेट में बल्लेबाज़ के लिए तिहाई अंक में पहुंच जाना, यानी शतक लगा देना सबसे सुकून का पल होता है। 139 साल पहले टेस्ट क्रिकेट में पहली बार इस कीर्तिमान को पूरा करने वाले चार्ल्स बैनरमैन के बाद आज भी एक बल्लेबाज़ के लिए शतक लगाने से बड़ा कुछ भी नहीं। हाल ही में पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज़ युनिस ख़ान ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना 32वां शतक पूरा किया, और ऐसा करने वाले वह सिर्फ़ 10वें बल्लेबाज़ बने हैं। अगर वह अपने टेस्ट करियर में तीन और शतक पूरा कर लेते हैं, तो वह एक ऐसी फ़ेहरिस्त में शुमार हो जाएंगे जहां अभी सिर्फ़ 5 ही बल्लेबाज़ शामिल है। आपके सामने है उन बल्लेबाज़ों की फ़ेहरिस्त जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 35 या उससे ज़्यादा शतक लगाए हैं: राहुल द्रविड़ भारत के लिए दीवार की तरह क्रीज़ पर खड़े रहने वाले राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया को कई यादगार जीत दिलाई हैं, घर में भी और विदेशों में भी। 'द वॉल' से मशहूर द्रविड़ की तकनीक और एकाग्रता क्रिकेट के सबसे लंबे फ़ॉर्मेट के लिए माकूल थी। तेज़ गेंदबाज़ी हो या स्पिन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ के लिए कोई परेशानी नहीं थी। पहले टेस्ट में द्रविड़ शतक से सिर्फ़ 5 रन दूर रह गए थे और फिर पहला शतक उन्होंने अपने 9वें टेस्ट में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ केप टाउन में लगाया था। अपने करियर में राहुल द्रविड़ ने कुल 36 शतक लगाए, द्रविड़ का बेस्ट स्कोर 270 रनों का था। नंबर-3 पर बल्लेबाज़ी करते हुए 10 हज़ार रन बनाने वाले द्रविड़ टेस्ट इतिहास के इकलौते बल्लेबाज़ हैं। कुमार संगकारा श्रीलंका के लिए टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बानाने वाले बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज़ कुमार संगकारा ने पिछले साल संन्यास की घोषणा कर दी थी। वर्ल्डकप 2015 में कुमार संगकारा शानदार फ़ॉर्म में थे। संगकारा के नाम टेस्ट क्रिकेट में 11 दोहरे शतक हैं, जो सिर्फ़ डॉन ब्रैडमैन से ही कम हैं। संगकारा दुनिया के इकलौते बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टेस्ट की चार पारियों में लगातार 150 रन या उससे ज़्यादा का स्कोर किया हो। इसके अलावा उनके नाम टेस्ट में सबसे तेज़ 8000, 9000, 11000 और 12000 रनों का रिकॉर्ड है। संगकारा ने श्रीलंका के लिए 38 टेस्ट शतक लगाए हैं, जो श्रीलंका का रिकॉर्ड है। रिकी पॉन्टिंग दाएं हाथ का एक ऐसा बल्लेबाज़ जिसे बेहद जल्दी गेंद को पढ़ने की कला मालूम थी, पॉन्टिंग अपने ख़ूबसूरत ड्राइव्स और बेहतरीन पुल शॉट्स के लिए जाने जाते थे। दुनिया का एक ऐसा क्रिकेटर जो 100 टेस्ट जीत का हिस्सा हो। दिसंबर 1995 से 2012 तक पॉन्टिंग ने अपने करियर में दूसरे किसी भी बल्लेबाज़ से ज़्यादा रन बनाए थे। रिकी पॉन्टिंग को टेस्ट क्रिकेट में दुनिया का सबसे क़ामयाब बल्लेबाज़ माना जाता है। पॉन्टिंग ने 164 मैचो में 51.85 की बेमिसाल औसत से 13378 रन बनाए थे जिसमें 41 शतक शामिल हैं। जिसमें भारत के ख़िलाफ़ एडिलेड में 242 रनों की पारी भी शामिल है, जो आज तक टेस्ट इतिहास में हारी हुई टीम की ओर से सबसे बड़ी पारी है। जैक्स कालिस 2000 के दशक में दक्षिण अफ़्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट की रीढ़ जैक्स कालिस दुनिया के सबसे महान ऑलराउंडर में से एक हैं। ऑफ़ साइड में गैप ढूंढने की क्षमता और शानदारा एकाग्रता, 166 टेस्ट मैच लंबे करियर में कालिस की यही पहचान थी। प्रोटियाज़ की ओर से टेस्ट क्रिकेट में कालिस सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं और टेस्ट इतिहास में तीसरे नंबर पर। कालिस ने टेस्ट क्रिकेट में 45 शतक लगाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर 224 रन रहा। कालिस को अपना पहला टेस्ट शतक लगाने के लिए 2 साल और 7 टेस्ट मैचो का इंतज़ार करना पड़ा था। लेकिन कालिस की निरतंरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2000 से लेकर 2013 के बीच कालिस ने सबसे ज़्यादा शतक लगाए। सचिन तेंदुलकर 16 साल की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होने वाले सचिन तेंदुलकर की प्रतिभा पर किसी को शक नहीं था। लेकिन शायद ही किसी ने सोचा होगा कि आने वाले सालों में ये दाएं हाथ का बल्लेबाज़ क्रिकेट पर राज करने लगेगा और क़रीब क़रीब सारे रिकॉर्ड का मालिक होगा। तेंदुलकर ने क़रीब दो दशक तक लगातार भारत के लिए रन बनाए और पूरे देश की उम्मीदों का भार सहते हुए 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाए, जहां तक पहुंचना आज भी दूसरों के लिए सपने से कम नहीं। 1990 में 17 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैनचेस्टर में पहला शतक लगाया था, ये तो बस शुरुआत थी नवंबर 2013 तक चले टेस्ट करियर में इस बल्लेबाज़ ने 50 और शतक लगाते हुए 51 शतक अपने नाम किए। सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचो में 15921 रन बनाए, जो एक विश्व कीर्तिमान है।