ब्रायन लारा को महानतम और अव्वल दर्जे का बल्लेबाज माना जाता था। वो एक ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके नाम टेस्ट में नबाद 400 के निजी स्कोर बनाने का रिकॉर्ड है, ये टेस्ट मैच का सबसे बेहतर निजी स्कोर है। इतना ही नहीं वो एकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सेंचुरी, डबल सेंचुरी, ट्रिपल सेंचुरी और 400 रन बनाने का रिकॉर्ड है।
सचिन तेंदुलकर उन चुनिंदा बल्लेबाज़ो में गिने जाते हैं जिन्हें लारा की बाराबरी का आंका जाता है। सचिन ने लारा को 4 मौकों पर पवेलियन का रास्ता दिखाया था। जब साल 1994 में भारत चेन्नई में वेस्ट इंडीज़ का सामना कर रही थी, तब सचिन में 36 के स्कोर पर वेस्टइंडीज़ के 3 टॉप बल्लेबाज़ों को आउट किया था, जिसमें ब्रायन लारा, जिमी एडम्स और शेरविन कैम्पबेल शामिल थे। इसी करिश्माई गेंदबाज़ी की बदौलत भारत ने मोहम्मद अज़हरुद्दीन की कप्तानी में शानदार जीत हासिल की थी।
ब्रायन लारा का विकेट हासिल करना किसी भी गेंदबाज़ी के लिए आसान नहीं होता था, इसलिए तेंदुलकर को लारा का विकेट 4 बार मिलना किसी कामयाबी से कम नहीं है।