5 बल्लेबाज जो एकदिवसीय मैचों में टॉप 4 में शामिल हो सकते हैं

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क्रिकेट ने लगातार ऐसे खिलाड़ी देखे हैं जिसने अपने प्रदर्शन से पूरी दुनिया को चौंका दिया है। वहीं कुछ ऐसे भी खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने साथ मिलकर और बढ़िया प्रदर्शन किया है। चाहे वो भारतीय 'फैब फोर'(सचिन,गांगुली,द्रविड़ और लक्ष्मण) हो या वक़ार-वसीम की खतरनाक जोड़ी, इसके अलावा भारतीय स्पिन चौकड़ी, वेस्टइंडीज की पेस चौकड़ी, विव रिचर्ड्स और क्लाइव लॉयड की जोड़ी भी काफी मशहूर रही हैं। इन सभी ने साथ मिलकर अपने खेल को और निखारा है।

वर्तमान की बात करे तो आज भी क्रिकेट में "बिग 4" या फैब 4" है जिसमें विराट कोहली, जो रुट, केन विलियमसन और स्टीव स्मिथ शामिल हैं लेकिन ये सभी खिलाड़ी विभिन्न देशों से हैं। ये सभी अपने अपने देश की टीम की कमान भी संभालते हैं। जहाँ कोहली, स्मिथ और विलियमसन सभी प्रारूपों के कप्तान हैं वही रुट सिर्फ टेस्ट के ही कप्तान हैं। इन सभी ने पिछले 2-3 वर्षों से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और बाकी कोई भी खिलाड़ी इनके आसपास भी नहीं है।

इन सभी के अलावा कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने खेल में निरंतरता दिखाई है। ये खिलाड़ी भी जल्द ही "बिग 4" का हिस्सा बन सकते है, खासकर एकदिवसीय मैचों में। आज हम ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में आपको बताएंगे

#5 मार्टिन गप्टिल

गप्टिल सीमित ओवरों के खेल के सबसे खतरनाक बल्लेबाज माने जाते हैं। इस सलामी बल्लेबाज से पिछले कुछ समय से न्यूज़ीलैंड के लिए निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है। गप्टिल में पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम के साथ एक दमदार सलामी जोड़ी बनाई थी।

2016 में मैकुलम के संन्यास के बाद गप्टिल पर बल्लेबाजी की और भी जिम्मेदारी आ गयी। इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाती हुए गप्टिल लगातार अपनी टीम को अच्छी शुरुआत देते आये हैं। साल 2015 के बाद से उनका प्रदर्शन काफी निखर गया है । इस दौरान उन्होंने 56 मैचों में 7 शतक की बदौलत 2500 से ज्यादा रन बनाए हैं, जिसमें विश्वकप क्वाटर फाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई 237 की पारी भी शामिल है। ज्यादातर मौकों पर गप्टिल का स्ट्राइक-रेट 90 से ऊपर ही होता है।

हाल के दिनों में न्यूजीलैंड की पूरी बल्लेबाजी गप्टिल और विलियमसन के इर्दगिर्द ही घूमती है और गप्टिल ने यह साबित भी किया है वो दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों ने से एक है।#4 क्विंटन डी कॉक

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दक्षिण अफ्रीका का यह बल्लेबाज अपनी टीम के लिए एक मैच विनर खिलाड़ी है जो टीम की जीत में अहम भूमिका निभाता है।

डिविलियर्स द्वारा विकेटकीपिंग छोड़ने के बाद टीम में आये डी कॉक ने 2013 में भारत के खिलाफ 3 मैचों में 3 शतक जमकर टीम में अपना स्थान पक्का कर लिया। वो निरन्तर बल्लेबाज से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं जिसकी गवाही उनके कीर्तिमान भी देते हैं। मात्रा 24 साल की उम्र में डी कॉक के नाम 12 एकदिवसीय शतक शामिल है, इसके अलावा उन्होंने 43.44 की औसत और 94 की स्ट्राइक रेट से 3500 से ज्यादा रन भी बनाये हैं।

बल्ले से रन बनाने की क्षमता और विकेट के पीछे बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें गिलक्रिस्ट और बाउचर जैसे बल्लेबाजों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है और इसी प्रदर्शन के आधार पर उनमें बिग 4 में शामिल होने की भी काबिलियत है।#3 बाबर आज़म

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ऊपरी क्रम का यह बल्लेबाज अपने काबिलियत के दम पर पिछले कुछ समय से पाकिस्तानी बल्लेबाजी क्रम के लिए रीढ़ की हड्डी का काम कर रहा है।

आजम ने अपना पहला एकदिवसीय शतक अपने 16वीं पारी में लगाया लेकिन 25 पारी पहुँचते-पहुंचते शतकों की संख्या 5 हो गयी। अपना पहला शतक लगाने के बाद से वो सिर्फ एक बार 10 रन से पहले आउट हुए हैं। 31 मैचों के एकदिवसीय करियर में बाबर का औसत 53.89 है वहीं स्ट्राइक-रेट 88.56 है।

पिछले 2 सालों से पाकिस्तान की बल्लेबाजी बाबर के आसपास की घूमती है और पाकिस्तान के कोच मिकी आर्थर भी यह कह चुके हैं कि बाबर की क्षमता विराट कोहली से कम नहीं है। अभी सिर्फ 22 साल के बाबर अगर ऐसा ही खेलते रहे तो आसानी से बिग 4 में शामिल हो सकते हैं।#2 डेविड वॉर्नर

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ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान डेविड वॉर्नर वर्तमान समय मे दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक हैं और यही उनकी मजबूती भी है।

पिछले 3 वर्षों में वॉर्नर ने एकदिवसीय मैचों में काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। तीनों साल उनका औसत 50 से ऊपर (2015 में 54.33, 2016 में 63.09 और 2017 में 58.88) ही रहा है। इसके साथ ही उनका स्ट्राइक रेट भी पिछले 3 सालों से 100 से ऊपर ही रहा है। वॉर्नर ने अभी तक 13 एकदिवसीय शतक लगाएं है जिसमें 9 शतक 2016 के बाद आएं हैं।

ऑस्ट्रेलिया हमेशा अच्छी शुरुआत के लिए वॉर्नर पर आश्रित रहता है खास कर एकदिवसीय मैचों में। अपने निरंतर दमदार प्रदर्शन से आज वो टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन चुके हैं।#1 रोहित शर्मा

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रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट के सबसे स्टाइलिश बल्लेबाज माने जाते हैं। उनके पास किसी भी गेंद पर शार्ट खेलने के लिए अन्य बल्लेबाजों से ज्यादा समय होता है। भारतीय टीम में एक से बढ़कर एक बल्लेबाज रहे है लेकिन रोहित की यह खूबी उन्हें सभी से अलग बनाती है। जब रोहित अपनी लय में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो दुनिया मे सबसे आसान काम बल्लेबाजी करना ही लगता है।

रोहित के करियर में कई उतार-चढ़ाव आये लेकिन 2013 में सलामी बल्लेबाज बनने के बाद वो एक अलग ही बल्लेबाज बन गए। सलामी बल्लेबाजी करते हुए रोहित ने 79 पारियों में 53.49 की औसत से 3798 रन बनाए हैं।

एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में रोहित शर्मा एकलौता ऐसे बल्लेबाज हैं जिसने 2 दोहरे शतक जमाये हैं और वो जब शतक बनाते है तो उसे और बड़ी पारी में तब्दील करते हैं। एकदिवसीय मैचों के सर्वाधिक स्कोर 264 रन कीर्तिमान रोहित के नाम ही दर्ज है।

अब लगता है कि रोहित अपने क्षमता के साथ न्याय कर रहे हैं खासकर एकदिवसीय मैचों में।