10 अप्रैल 2004 को इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ टेस्ट में ब्रायन लारा ने 400 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। टेस्ट मैचों में ये किसी भी खिलाड़ी का सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर था। इससे पहले ये रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू हेडन के नाम था, जिन्होंने 380 रन बनाए थे। लेकिन ब्रायन चार्ल्स लारा ने उस मैच में 400 रन बनाकर हेडन का ये रिकॉर्ड तोड़ दिया। 12 साल हो गए हैं लेकिन कोई भी बल्लेबाज अभी तक लारा के इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाया है। लारा के 400 रन बनाने के बाद से लेकर अब तक टेस्ट इतिहास में 11 खिलाड़ी तिहरा शतक लगा चुके हैं। हाल ही में भारतीय बल्लेबाज करुण नायर ने भी इंग्लैंड के खिलाफ 303 रनों की पारी खेली। लेकिन कोई भी बल्लेबाज लारा के 400 रनों को छू तक नहीं पाया। श्रीलंकाई बल्लेबाज महेला जयवर्द्धने जरुर इस रिकॉर्ड के करीब तक पहुंचे। जयवर्द्धने ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 374 रनों की पारी खेली थी। पिछले 12 सालों में टेस्ट मैचों में कई रिकॉर्ड बने और टूटे लेकिन कोई भी बल्लेबाज लारा के सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड तोड़ नहीं पाया। हालांकि हाल ही के दिनो में कुछ ऐसे बल्लेबाज हए हैं जो लगातार टेस्ट मैचों में रन बना रहे हैं। इन बल्लेबाजों में जबरदस्त क्लास है और इनकी तकनीक भी काफी अच्छी है। मुश्किल से मुश्किल हालात में भी ये बल्लेबाज रन बनाना जानते हैं। इस वजह से हम कह सकते हैं कि ये बल्लेबाज लारा के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कौन से वो 5 बल्लेबाज हैं जो टेस्ट क्रिकेट में 400 रनों के आंकड़े को पार कर सकते हैं। 5. डेविड वॉर्नर जहां तक टेस्ट मैचों की बात है ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अभी 7वें नंबर पर हैं। वॉर्नर ने साल 2016 में 35.52 की औसत और 84.12 की स्ट्राइक रेट के साथ 640 रन बनाए हैं। वॉर्नर ने साल की शुरुआत शतकीय पारी के साथ की थी। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर वेस्टइंडीज के खिलाफ महज 103 गेंदों पर वॉर्नर ने 122 रन बनाए। इसके बाद अगले कुछ महीनों तक वॉर्नर की फॉम उतनी अच्छी नहीं रही। वो हर मैच में 30-40 रन तो जरुर बनाते थे, लेकिन लंबे समय तक क्रीज पर टिक नहीं पाते थे। हालांकि साल के अंत में उन्होंने कुछ अर्धशतकीय पारियां जरुर खेली। पर्थ टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 100 गेंदों में 97 रन बनाकर उन्होंने अपनी फॉर्म वापसी का संकेत दिया। वॉर्नर के बल्लेबाजी की सबसे खास बात ये है कि वो बहुत तेजी से रन बनाते हैं। इससे ऑस्ट्रेलियाई टीम को तेज शुरुआत मिलती है जो आगे के बल्लेबाजों के काफी काम आता है। लेकिन उनकी सबसे बड़ी कमी ये है कि वो लंबे समय तक क्रीज पर टिक नहीं पाते हैं, जिससे वो बड़े स्कोर बनाने में नाकाम रहते हैं। हालांकि कुछ मौकों पर जरुर उन्होंने दिखाया है कि तेजी से रन बनाने के अलावा वो टिक कर भी खेल सकते हैं। इसका सबसे उदाहरण है 286 गेंदों पर खेली गई 253 रनों की उनकी पारी, जो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था। वॉर्नर की आक्रामक बल्लेबाजी उनका सबसे बड़ा हथियार है, अगर वो क्रीज पर टिककर खेलने लगें तो ब्रायन लारा के 400 रनों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। 4. केन विलियम्सन न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन इस वक्त दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं। पिछले कुछ समय से वो लगातार बेहतरीन क्रिकेट खेल रहे हैं। टेस्ट मैचों में इस साल वो न्यूजीलैंड की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। विलियम्सन ने साल 2016 में 10 टेस्ट मैचों में 47.06 के औसत के साथ 753 रन बनाए हैं, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 53.40 का रहा है। हालांकि विलियम्सन के लिए साल 2016 की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज की पहली 3 पारियों में वो महज 16, 22 और 7 रन ही बना सके। लेकिन सीरीज के फाइनल मैच में 97 रनों की पारी खेलकर उन्होंने अपने खराब फॉर्म से वापसी की। इसके बाद जिम्बॉब्वे के खिलाफ सीरीज में भी विलियम्सन ने शानदार बल्लेबाजी की। उस सीरीज में विलियम्सन टेस्ट मैच खेलने वाले सभी देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले 13वें बल्लेबाज बन गए। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका, भारत और पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में भी उन्होंने अच्छे रन बनाए। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में चौथे नंबर पर काबिज विलियम्सन के पास क्रीज पर डटे रहने की क्षमता है और कई मौकों पर अपनी लंबी पारियों से उन्होंने इसको साबित भी किया है। वो ऐसे बल्लेबाज हैं जो ज्यादा आक्रामक तो नहीं हैं, लेकिन जरुरत के हिसाब से बहुत जल्द गियर चेंज कर लेते हैं। विलियम्सन रिस्की शॉट काफी कम खेलते हैं और इसका सबसे बड़ा उदाहरण ये है कि इस साल टेस्ट मैचों में उन्होंने मात्र 2 ही छक्के लगाए हैं। विलियम्सन हर हालात में बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं और क्रीज पर वक्त भी बिता सकते हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि उनके अंदर भी लारा के 400 रनों का रिकॉर्ड तोड़ने की क्षमता है। 3. स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए साल 2016 उतना अच्छा नहीं रहा, कई टेस्ट सीरीज में टीम को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन कंगारू टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ के लिए ये साल काफी बेहतरीन रहा। स्मिथ ने पिछले कुछ सालों में शानदार पारियां खेली हैं और बड़े-बड़े रन बनाए हैं, यही वजह है कि आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में वो नंबर एक पर काबिज हैं। 2014-15 का सीजन तो स्मिथ के लिए काफी अच्छा रहा। उस सीजन में उन्होंने 60.93 की शानदार औसत से 914 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 57.44 रहा। इस बेहतरीन प्रदर्शन के कारण उन्हें उस साल 'आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द् ईयर' और 'आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द् ईयर' चुना गया। 2016 की भी शुरुआत स्मिथ ने काफी शानदार तरीके से की। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में स्मिथ ने 71, 138 और 53 रन बनाए। इसके बाद श्रीलंका दौरे पर जब टीम हार रही थी तब भी उन्होंने कुछ अच्छी पारियां खेली। श्रीलंका के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में भी स्मिथ ने अच्छे रन बनाए। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के पहले मैच की पहली पारी में ही स्मिथ ने शतक जड़ दिया। उन्होंने पहली पारी में 130 और दूसरी पारी में 70 गेंदों पर 63 रनों की पारी खेली। स्मिथ का अलग तरह का बैटिंग स्टांस उन्हें बाकी के बल्लेबाजों से काफी अलग करता है। ये उनका सबसे बड़ा हथियार है। अपने अलग तरह के बैटिंग स्टांस की वजह से वो हर एक गेंद को खेल पाने में सक्षम हैं। यहां तक कि तेज गेंदों पर भी स्मिथ रिवर्स स्वीप लगा लेते हैं। स्मिथ की एक और खास बात ये है कि वो रन बनाने के लिए ज्यादा समय नहीं लेते हैं और तेजी से रन बनाते हैं। इसके अलावा उनका फुटवर्क काफी शानदार है और हमेशा उनकी निगाह गेंद पर ही रहती है। जिससे गेंदबाजों को उन्हें आउट करने में काफी दिक्कत होती है। इस वजह से स्मिथ भी टेस्ट इतिहास में 400 रन के जादुई आंकड़े को पार करने के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। 2. जोए रूट पिछले कुछ सालों से जोए रूट ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में रन बनाए हैं। इस वजह से वो इंग्लैंड क्रिकेट टीम के सबसे बड़े मैच विनर खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। जोए रूट की गिनती इस वक्त दुनिया के टॉप 5 बल्लेबाजों में होती है और आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में वो अभी तीसरे पायदान पर हैं। टेस्ट क्रिकेट में इस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वो टॉप पर हैं। साल 2016 में रुट ने 49.23 की औसत और 60.70 के शानदार स्ट्राइक रेट से 1477 रन बनाए। साल के शुरुआत में जब इंग्लिश टीम ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया तो रुट ने कुछ बेहतरीन पारियां खेली। लेकिन इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में वो कुछ खास नहीं कर पाए। हालांकि जब जुलाई में पाकिस्तानी टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया तो रुट फिर से अपने पुराने फॉर्म में दिखे। उस सीरीज में रुट ने अपने जीवन की अब तक की सबसे अच्छी क्रिकेट खेली। पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की तीसरी पारी में उन्होंने अपने करियर का सर्वाधिक स्कोर 254 रन बनाया। वहीं इसी मैच की दूसरी पारी में उन्होंने 48 गेंदों पर 71 रनों की तेजतर्रार पारी भी खेली। साल के अंत में इंग्लैंड की टीम ने भारत का दौरा किया और उसे टेस्ट सीरीज में 4-0 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा, लेकिन रुट ने कई अहम मौकों पर अच्छी बल्लेबाजी की। सीरीज में वो इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। रुट की बल्लेबाजी की सबसे अच्छी बात ये है कि वो टीम की परिस्थिति के हिसाब से खेलते हैं। अगर टीम मुश्किल में है तो वे बेहद संयम भरी पारी खेलते हैं, लेकिन अगर उन्हें जरा भी हाथ खोलने का मौका मिलता है तो वे इससे कतराते नहीं हैं। अगर रुट इसी तरह से बल्लेबाजी करते रहे तो एक दिन वे जरुर लारा के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। 1.विराट कोहली आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 पर काबिज इस भारतीय बल्लेबाज के बारे में जितना कहा जाए वो कम है। बल्लेबाजी हो या टेस्ट टीम की कप्तानी इस साल कोहली ने कमाल का प्रदर्शन किया है। ये उन्हीं की कप्तानी का ही कमाल था कि साल 2016 में भारत कोई भी टेस्ट मैच नहीं हारा। वहीं कोहली ने खुद इस साल खूब रन बटोरे और कई रिकॉर्ड भी तोड़े। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान कोहली का बल्ला इस साल खूब बोला है। टेस्ट हो या वनडे या फिर टी-20, क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उनके बल्ले ने आग उगले हैं। कोहली की सबसे खास बात ये है कि पिच और हालात के मुताबिक वो खुद को बहुत जल्दी एडजस्ट कर लेते हैं। कोहली ने इस साल 18 पारियों में 75.93 के शानदार औसत से 1215 रन बनाए। इस दौरान स्ट्राइक रेट 60.41 रहा। साल का पहला टेस्ट सीरीज उन्होंने जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला और सीरीज के शुरुआत में ही उन्होंने दोहरा शतक जड़ दिया। इसके बाद वो सीरीज के बाकी मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए। इसके बाद जब न्यूजीलैंड की टीम ने भारत का दौरा किया तब इंदौर में खेले गए सीरीज के आखिरी टेस्ट में भी कोहली ने साल का दूसरा दोहरा शतक जड़ दिया। उस मैच में उन्होंने 211 रनों की पारी खेली। लेकिन बाकी के मैचों में वो रन नहीं बना पाए कोहली ने साल 2016 का सबसे बेहतरीन क्रिकेट इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में खेला। हाल ही में खत्म हुए इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में वो मैन ऑफ द् सीरीज रहे। सीरीज में कोहली ने 109.16 के शानदार औसत से 691 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी खेली और मुंबई टेस्ट में 235 रन बनाए। टेस्ट मैचों में किसी भी भारतीय कप्तान का ये सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। साल के आखिरी दोहरे शतक के साथ ही वो एक कैलेंडर साल में 3 डबल सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए और ओवरऑल 5वें टेस्ट खिलाड़ी बने। कोहली को आक्रामक खिलाड़ी माना जाता है, जो टीम की जरुरत के हिसाब से बहुत जल्द अपने खेल को बदल लेते हैं। कोहली ज्यादा रिस्क नहीं उठाते हैं और ज्यादातर ग्राउंडेड शॉट ही लगाते हैं। उनकी कवर ड्राइव लाजवाब होती है और वो पिच पर लंबे समय तक टिककर खेलना भी जानते हैं। यही वजह है कि साल 2016 में उनके नाम 3-3 दोहरे शतक हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि लारा के 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने की रेस में वो सबसे आगे हैं।