आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 पर काबिज इस भारतीय बल्लेबाज के बारे में जितना कहा जाए वो कम है। बल्लेबाजी हो या टेस्ट टीम की कप्तानी इस साल कोहली ने कमाल का प्रदर्शन किया है। ये उन्हीं की कप्तानी का ही कमाल था कि साल 2016 में भारत कोई भी टेस्ट मैच नहीं हारा। वहीं कोहली ने खुद इस साल खूब रन बटोरे और कई रिकॉर्ड भी तोड़े। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान कोहली का बल्ला इस साल खूब बोला है। टेस्ट हो या वनडे या फिर टी-20, क्रिकेट के हर फॉर्मेट में उनके बल्ले ने आग उगले हैं। कोहली की सबसे खास बात ये है कि पिच और हालात के मुताबिक वो खुद को बहुत जल्दी एडजस्ट कर लेते हैं। कोहली ने इस साल 18 पारियों में 75.93 के शानदार औसत से 1215 रन बनाए। इस दौरान स्ट्राइक रेट 60.41 रहा। साल का पहला टेस्ट सीरीज उन्होंने जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला और सीरीज के शुरुआत में ही उन्होंने दोहरा शतक जड़ दिया। इसके बाद वो सीरीज के बाकी मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए। इसके बाद जब न्यूजीलैंड की टीम ने भारत का दौरा किया तब इंदौर में खेले गए सीरीज के आखिरी टेस्ट में भी कोहली ने साल का दूसरा दोहरा शतक जड़ दिया। उस मैच में उन्होंने 211 रनों की पारी खेली। लेकिन बाकी के मैचों में वो रन नहीं बना पाए कोहली ने साल 2016 का सबसे बेहतरीन क्रिकेट इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में खेला। हाल ही में खत्म हुए इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में वो मैन ऑफ द् सीरीज रहे। सीरीज में कोहली ने 109.16 के शानदार औसत से 691 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी भी खेली और मुंबई टेस्ट में 235 रन बनाए। टेस्ट मैचों में किसी भी भारतीय कप्तान का ये सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। साल के आखिरी दोहरे शतक के साथ ही वो एक कैलेंडर साल में 3 डबल सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए और ओवरऑल 5वें टेस्ट खिलाड़ी बने। कोहली को आक्रामक खिलाड़ी माना जाता है, जो टीम की जरुरत के हिसाब से बहुत जल्द अपने खेल को बदल लेते हैं। कोहली ज्यादा रिस्क नहीं उठाते हैं और ज्यादातर ग्राउंडेड शॉट ही लगाते हैं। उनकी कवर ड्राइव लाजवाब होती है और वो पिच पर लंबे समय तक टिककर खेलना भी जानते हैं। यही वजह है कि साल 2016 में उनके नाम 3-3 दोहरे शतक हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि लारा के 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने की रेस में वो सबसे आगे हैं।