अगर कहें कि एंड्रू सायमंड्स को टी-20 क्रिकेट के लिए ही बनाया गया था तो उसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। हालांकि उनका टी-20 करियर कुछ ज्यादा लम्बा नहीं था लेकिन अपने इस छोटे से कैरियर में भी सायमंड्स ने अपना प्रभाव छोड़ा। रैना कि तरह सायमंड्स का टी-20 रिकॉर्ड टेस्ट से बेहतर है। तगड़े कद-काठी वाला यह ऑस्ट्रेलियन ऑलराउंडर ना सिर्फ लम्बे-लम्बे हिट लगा सकता था बल्कि एक असाधारण फील्डर भी था। इसके अलावा जरुरत पड़ने पर वह टीम के लिए गेंदबाजी भी कर सकता था। अपने 14 टी-20 मैचों में सायमंड्स ने 48.14 की औसत और लगभग 170 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। जबकि 26 मैचों के टेस्ट कैरियर में उनका कैरियर औसत 40.61 रहा, जो कि उनके टी-20 औसत से कहीं कम है। हालांकि मध्य-क्रम के इस बल्लेबाज का दोनों फॉर्मेट में रिकॉर्ड असाधारण है, लेकिन टी-20 के उनके आकड़े बताते हैं कि अगर वह इस फॉर्मेट में जल्दी डेब्यू करते तो उनका टी-ट्वेंटी करियर और भी चमकीला और शानदार होता।