छक्के लगाना लिमिटेड ओवर क्रिकेट का अहम पहलू है। ये एक ऐसी कला है, जिसके जरिए बल्लेबाज़ अपनी रन गति को बढ़ा सकते हैं। हालांकि ये चौका या रन लेकर भी किया जा सकता है। लेकिन छक्के लगाने से विरोधियों पर दबाव थोड़ा ज्यादा बन जाता है। वनडे क्रिकेट में काफी सारे खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने अपने करियर में 100 से ज्यादा छक्के लगाए हैं। जबकि काफी सारे ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं, जो लंबे समय क्रिकेट खेलने के बाद भी वनडे में छक्का लगाने में नाकाम रहे। उन 5 बल्लेबाज़ों पर नजर, जो वनडे में एक भी छक्का नहीं लगा पाए: # कैलम फर्ग्यूसन (ऑस्ट्रेलिया) कैलम फर्ग्यूसन ने ऑस्ट्रेलिया के साल 2009 में डैब्यू किया और 30 वनडे खेले। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना आखिरी वनडे मैच 5 साल पहले खेला था। इस दौरान उन्होंने 40 से ज्यादा की औसत से 663 रन बनाए, जिसमें 5 अर्धशतक हैं। उनका स्ट्राइक रेट 85 से ज्यादा का था। इन सबके बावजूद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एक भी छक्का लगाने में नाकाम रहा। हालांकि कैलम अभी सिर्फ 31 साल के ही हैं, उम्मीद है कि वो आने वाले समय में टीम में जगह बना पाएंगे। # जैफरी बायकॉट जैफरी बायकॉट को क्रिकेट इतिहास के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उन्होंने ज्यादातर टेस्ट क्रिकेट में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है, हालांकि इस दौरान उन्होंने 36 वनडे मैच भी खेले। इस बल्लेबाज़ ने 1 शतक और 9 अर्धशतक के साथ 1000 से ज्यादा रन बनाए। हालांकि उनका स्ट्राइक रेट सिर्फ 53 का था। इस बात में कोई आश्चर्य नहीं है कि वो अपने वनडे करियर में एक बार भी गेंद को बाउंड्री के ऊपर से नहीं पहुंचा पाए। # थिलन समरवीरा (श्रीलंका) थिलन समरवीरा ने श्रीलंका के लिए टेस्ट क्रिकेट में कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे बल्लेबाज़ों के लिए सपोर्टिंग रोल निभाया है। समरवीरा ने 81 टेस्ट मैचों में 49 की अच्छी औसत से 8 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। समरवीरा वनडे में इस तरह की कामयाबी नहीं दोहरा पाए, उन्होंने 12 साल के करियर में 53 वनडे मैच खेलकर 862 रन बनाए, जिसमें 2 शतक शामिल हैं, पर वो कभी छक्का नहीं लगा पाए। # डिओन इब्राहिम (जिम्बाब्वे) जिम्बाब्वे के डिओन इब्राहिम ने 2001 में टेस्ट और वनडे टीम में जगह बनाई। उनका करियर ज्यादा शानदार नहीं रहा, लेकिन वो जिम्बाब्वे की ओर से एकाध अच्छी पारी खेलने में कामयाब रहे। इब्राहिम ने अपने देश के लिए 29 टेस्ट और 82 वनडे मैच खेले। वनडे में उन्होंने 1443 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 4 अर्धशतक जड़े। डिओन कभी भी कोई सिक्स नहीं लगा पाए। यहां तक कि वो टेस्ट मैचों में भी छक्का नहीं जड़ पाए। # मनोज प्रभाकर (भारत) मनोज प्रभाकर 1984 से 1996 के बीच भारत के लिए टेस्ट और वनडे खेले। वैसे तो प्रभाकर एक फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर थे, लेकिन उन्हें बल्ले से भी अच्छी कामयाबी मिली। उन्होंने थोड़े समय तक भारत के लिए ओपनिंग भी की। प्रभाकर ने 39 टेस्ट मैचों में करीब 33 की औसत से 1600 से ज्यादा रन बनाए। उन्होंने 130 वनडे मैचों में 1858 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 11 अर्धशतक शामिल है। प्रभाकर 1987, 1992, 1996 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। इतना सब कुछ करने के बाद भी प्रभाकर अपनी वनडे पारी में कभी छक्का नहीं मार सकेे।