#2 प्रवीण आमरे
देखने को मिलता है जब कोई भारतीय क्रिकेटर विदेश में अपने टेस्ट करियर का आग़ाज़ करता है और वो पहले ही टेस्ट में सेंचुरी लगाता है। हर भारतीय क्रिकेट फ़ैंस इस तरह की कामयाबी के लिए सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को याद करता है, क्योंकि इन दोनों खिलाड़ियों ने इंग्लैंड में ये कारनामा किया था। लेकिन ज़्यातर लोग प्रवीण आमरे को भूल जाते हैं। जब भारतीय टीम साल 1996 में दक्षिण अफ़्रीका के दौरे पर गई थी। तब प्रवीण ने अपना पहला टेस्ट मैच खेला था।
उस टेस्ट में भारतीय टीम के 38 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे। प्रवीण आमरे तब नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करने मैदान पर आए और शानदार शतक लगाया। सचिन के क्रिकेट गुरु रमाकांत अचरेकर ने कहा था कि वो मास्टर ब्लास्टर ले ज़्यादा बेहतर क्रिकेटर बनेंगे। लेकिन आमरे को जल्द ही सीन से बाहर हो गए। आज वो टीम इंडिया के कई टॉप बल्लेबाज़ों को कोचिंग देते हैं। वो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के साथ बतौर सहायक कोच जुड़े हुए हैं।