2.रिकी पोटिंग

रिकी पोटिंग दुनिया के शायद इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने महान सचिन तेंदुलकर के लिए रनों के मामले में चैलेंज पैदा किया। कई बार ऐसा लगा कि वो तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। अगर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास को उठाकर देखें तो डॉन ब्रेडमैन और ग्रेग चैपल के बाद महान बल्लेबाजों की सूची में पोटिंग का नाम आएगा।
2001 से लेकर 2006-07 की एशेज सीरीज तक रिकी पोटिंग का करियर अपने पीक पर रहा। इन 5 सालों में उन्होंने 70 की भी ज्यादा औसत से टेस्ट क्रिकेट में 6 हजार रन बनाए। हालांकि इसके बाद उनका फॉर्म गिरता गया।
मार्च 2010 तक उन्होंने भले ही उस तरह की बल्लेबाजी नही कि लेकिन रन फिर भी वो बनाते रहे। पोटिंग एकदम से फ्लॉप नही हुए। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क से विवाद के बाद नवंबर 2012 में उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
मार्च 2010 के बाद पोटिंग 26 टेस्ट मैचो में सिर्फ 33.75 की औसत से ही रन बना पाए। इस दौरान उनके बल्ले से केवल 2 ही शतक निकले। इसकी वजह से उनके ओवरऑल करियर का औसत 55.68 से घटकर 51.85 रह गया।