5 ऐसे महान बल्लेबाज़ जो वर्ल्ड कप 2019 के बाद क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं

वर्ल्ड कप 2019 शुरू होनें में अब महज़ 15 महीने ही बचे हैं, ऐसे में दुनिया की सभी टीमों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ये टूर्नामेंट रिकॉर्ड 5वीं बार इंग्लैंड में आयोजित होने जा रहा है। कई देशों ने अपनी सबसे मज़बूत टीम तैयार कर ली है, तो कई अपनी टीम में प्रयोग कर रहे हैं। कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्हें वर्ल्ड कप ट्रॉफ़ी हासिल करने का सौभाग्य प्राप्त है, तो कई ऐसे भी हैं जो कई सालों से मेहनत कर रहे हैं लेकिन वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन पाए। क्रिकेट में कई महान खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से हर क्रिकेट फ़ैंस को रोमांचित किया है, लेकिन अब वो अपने करियर के आख़िरी पड़ाव पर खड़े हैं। हम यहां ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जो शायद साल 2019 के वर्ल्ड कप के बाद रिटायर हो जाएंगे और 2023 का वर्ल्ड कप नहीं खेल पाएंगे।

#5 रॉस टेलर

रॉस टेलर अपने करियर के शुरुआती साल में अपने स्वीप शॉट के लिए जाने जाते थे, लेकिन वक़्त के साथ उनकी बैटिंग स्टाइल में काफ़ी सुधार आया है। आज वो कीवी टीम के एक बेहद अहम बल्लेबाज़ बन गए हैं। वो न्यूज़ीलैंड की तरफ़ से सबसे ज़्यादा वनडे शतक लगाने वाले खिलाड़ी है। उन्होंने वनडे में क़रीब 46 की औसत से 7000 से ज़्यादा रन बनाए हैं। वर्ल्ड कप के 23 मैच में उन्होंने 652 रन बनाए हैं। साल 2011 के वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शानदार शतक हर किसी को याद रहेगा। अगले साल टेलर की उम्र 35 साल हो जाएगी, ऐसे में अगला वर्ल्ड कप उनके लिए आख़िरी साबित हो सकता है। हालांकि वह फ़िलहाल ज़बर्दस्त फ़ॉर्म में चल रहे हैं, इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने जारी वनडे सीरीज़ में 3 पारियों में 2 शतक लगाए हैं। टेलर ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अभी अभी 181 नाबाद रनों की रिकॉर्ड पारी खेली है, जो ये साबित करती है टेलर पर फ़िलहाल उम्र का कोई असर नहीं पड़ रहा। मैच- 204 रन- 7267 औसत- 46.28 शतक- 19

#4 क्रिस गेल

क्रिस गेल को उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए जाना जाता है। वो उन 2 खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप में दोहरा शतक लगाया है। वो वनडे में 10,000 रन बनाने के क़रीब हैं। अगले वर्ल्ड कप में शामिल होने के लिए वेस्टइंडीज़ फ़िलहाल क्वालिफ़ायर टूर्नामेंट से गुज़र ही है। और वहां भी क्रिस गेल इस टीम को वर्ल्डकप में क्वालिफ़ाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे, UAE के ख़िलाफ़ गेल ने आतिशी 123 रनों की पारी खेलते हुए अपने बेहतरीन फ़ॉर्म का संकेत दे दिया है। अगर कैरीबियाई टीम साल 2019 का वर्ल्ड कप खेलती है तो क्रिस गेल के लिए ये 5वां और आख़िरी वर्ल्ड कप साबित हो सकता है। गेल ने 1990 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की थी। 2019 में वो 39 साल के हो जाएंगे ऐसे में उनके पास आख़िरी वर्ल्ड कप में प्रवेश करने का सुनहरा मौक़ा है। मैच- 276 रन- 9543 औसत- 37.57 शतक- 23

#3 हाशिम अमला

हाशिम अमला मैदान में शांत स्वभाव के दिखते हैं, लेकिन रन बनाने में उनका कोई जवाब नहीं है। वो ओपनिंग करते हुए प्रोटियाज़ टीम को मज़बूत शुरुआत देते हैं। उन्होंने वनडे में सबसे तेज़ 2000,3000,4000,5000,6000 और 7000 रन बनाए हैं। वनडे में उनकी बल्लेबाज़ी औसत 50 के आसपास है। उन्होंने वनडे में 26 शतक लगाए हैं जो उनकी महानता को दिखाता है। अमला अगले साल 36 की उम्र के हो जाएंगे। ऐसे में शायद वो दक्षिण अफ़्रीका को पहला वर्ल्ड कप दिला पाएं। मैच- 164 रन- 7535 औसत- 50.23 शतक- 26

#2 एबी डीविलियर्स

एबी डीविलियर्स को अक्सर ‘मिस्टर 360 डिग्री’ कहा जाता है। उन्होंने वनडे में 53 की औसत और 101 की स्ट्राइक रेट से 9500 से ज़्यादा रन बनाए हैं। वो मौजूदा दौर के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में से एक हैं। उन्होंने साल 2015 के वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 62 गेंदों में 150 रन बनाए थे। उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं लेकिन वो आज भी चैंपियन बनने से महरूम हैं। साल 2019 का वर्ल्ड कप उनके लिए आख़िरी साबित हो सकता है, क्योंकि साल 2023 में वो काफ़ी बड़ी उम्र के हो जाएंगे। मैच- 228 रन- 9577 औसत- 53.5 शतक- 25

#1 एमएस धोनी

एमएस धोनी अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में वो सबकुछ हासिल किया है जो एक खिलाड़ी की चाहत होती है। वो धीरे-धीरे वनडे में 10,000 रन की तरफ़ बढ़ रहे हैं, अगर वो ऐसा करते हैं तो वो वनडे में ये आंकड़ा पार करने वाले पहले फ़ुल टाइम भारतीय विकेटकीपर बन जाएंगे। स्टंप के पीछे भी उनका रिकॉर्ड शानदार है। अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने विकेट के पीछे 400 से ज़्यादा शिकार किए हैं। साल 2003 में किसी ने भी ये अनुमान नहीं लगाया था कि भारत को इतना शानदार विकेटकीपर मिल सकता है जिसमें मैच जिताने की काबिलियत हो। धोनी ने अपने कप्तानी में टीम इंडिया को आईसीसी वर्ल्ड कप, आईसीसी वर्ल्ड टी-20, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी जिताया है। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में भारत को नंबर वन भी बनाया था। 2019 में वो 37 साल के हो जाएंगे। उम्मीद है कि वो साल 2011 का करिश्मा दोहरा पाएंगे। मैच- 318 रन- 9967 औसत- 51.38 शतक- 10 लेखक – रोहित पित्रे अनुवादक – शारिक़ुल होदा