विदेशी परिस्थितियों में भारत का प्रदर्शन हमेशा अच्छा नहीं रहा है, इसलिए उपमहाद्वीप पर भारत को मिलने वाली हर जीत हमेशा से खुशगवार रही है। हाल ही में भारत ने वेस्टइंडीज में चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ का पहला मैच जीत लिया है और सभी इससे बेहद खुश हैं। जबकि कप्तान विराट कोहली ने इस मैच में शानदार दोहरा शतक लगाया लेकिन पहले बल्ले से शतक लगाकर गेंदबाजी में सात विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने भारतीय टीम को जीत दिलाते हुए मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार अपने नाम किया। अश्विन ने इस मैच में भारत की पहली पारी में शतक जड़ा और फिर फॉलोऑन में बल्लेबाज़ी करने आई वेस्टइंडीज टीम के सात विकेट झटक कर कमर तोड़ दी। इस लाजवाब प्रदर्शन के साथ तमिलनाडू के इस क्रिकेटर ने उपमहाद्वीप में एक बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया। भारत के और भी कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने उपमहाद्वीप में बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया है। यहां ऐसे 5 खिलाड़ी हैं जिनके ऑलराउंड प्रदर्शन को आपको जानना चाहिए: #5 हरभजन सिंह – वेलिंग्टन, 2009 बल्लेबाज़ी – 60 और 0 गेंदबाज़ी – 3/43 और 4/59 अपने ऑफ स्पिन गेंदबाजी की बदौलत हरभजन सिंह ने भारत के लिए कई बेहतरीन प्रदर्शन किया है। साथ ही साथ बल्लेबाज़ी में भी भज्जी ने कई अच्छे प्रदर्शन किया है। जबकि भज्जी ने घरेलू मैदान के साथ साथ उपमहाद्वीप में भी कई बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया है। साल 2009 में वेलिंग्टन में न्यूजीलैंड के विरुद्ध पहली पारी में 78 गेंदों में 60 रन बनाकर टीम को 379 के एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। जब भज्जी गेंदबाज़ी करने आए तो रॉस टेलर, ब्रेंडन मैकुलम और जेम्स फ्रैंकलिन के रूप में तीन बड़ी विकेट हासिल करके मेजबान को मात्र 197 रन पर ऑल आउट कर दिया। हालांकि भारत की दूसरी पारी में भज्जी बल्ले से कमाल नहीं दिखा पाये लेकिन गेंदबाजी में 59 रन देकर 4 विकेट लेकर मैच को ड्रॉ कराने में कामयाब रहे। #4 श्रीनिवास वेंकटराघवन – पोर्ट ऑफ स्पेन, 1971 बल्लेबाज़ी - 51 और 21 गेंदबाजी – 4/100 और 2/11 पूर्व भारतीय क्रिकेटर और अंतर्राष्ट्रीय अंपायर रहे श्रीनिवास वेंकटराघवन एक बेहतरीन ऑफ स्पिनर रहे हैं और भारत के लिए 57 टेस्ट मैच खेलें हैं। साथ ही साथ ज़रूरत पड़ने पर श्रीनिवास ने टीम के लिए बल्लेबाज़ी भी की है। टेस्ट क्रिकेट में इस खिलाड़ी के नाम 700 रन दर्ज हैं जिनमें 2 अर्द्धशतक शामिल हैं। श्रीनिवास का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड प्रदर्शन सलल 1971 वेस्टइंडीज दौरे पर देखने को मिला था। इस दौरे के पांचवें और आखिरी टेस्ट में श्रीनिवास के 51 रनों की बदौलत भारत अपनी पहली पारी में 360 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचने में कामयाब हो पाया था। गेंदबाजी करते हुए श्रीनिवास ने 100 रन देकर वेस्टइंडीज के 4 बल्लेबाजों को आउट किया था। वहीं दूसरी पारी में श्रीनिवास ने 21 रन की पारी खेली और गेंदबाजी में 11 रन देकर 2 विकेट झटके थे। हालांकि उस मैच में भारत जीत से बस 2 विकेट दूर रह गया और मुक़ाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। #3 जवागल श्रीनाथ – हैमिल्टन, 1999 बल्लेबाज़ी – 76 गेंदबाजी – 5/95 और 1/90 अपने जमाने में भारतीय टीम की तेज़ गेंदबाजी की जान रहे श्रीनाथ ने टीम के लिए कई दमदार प्रदर्शन किए हैं। एक वर्ल्ड क्लास तेज़ गेंदबाज होने के साथ साथ श्रीनाथ के नाम टेस्ट मैचों में 4 अर्द्धशतक भी शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंड प्रदर्शन 1999 में हैमिल्टन में न्यूजीलैंड के विरुद्ध देखने को मिला था। कर्नाटका के इस तेज़ गेंदबाज ने पहली पारी में पांच विकेट लेते हुए कीवीज़ को 366 रनों के स्कोर पर समेट दिया, फिर बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीनाथ ने 158 गेंदों पर 76 रन की पारी खेलते हुए राहुल द्रविड़ के साथ आठवें विकेट के लिए 144 रनों की साझेदारी की और भारत को लीड दिलाई। हालांकि दूसरी पारी में उन्हें मात्र एक ही सफलता हाथ लगी। वहीं दूसरी पारी में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ के शतक की बदौलत भारत टेस्ट ड्रॉ करने में कामयाब रहा। #2 इरफान पठान – बुलावायो, 2005 बल्लेबाज़ी – 52 गेंदबाज़ी – 5/58 और 4/53 इरफान पठान ने भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी से कई बेहतरीन प्रदर्शन किए हैं। टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज़ी करते हुए पठान ने 31 के औसत से 1000 रन बनाए हैं जबकि गेंदबाज़ी में साल 2003 से 2008 के बीच उनके नाम 100 विकेट हैं। हालांकि हालिया दौर में पठान का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और उन्हें टीम में जगह नहीं मिल प रही है। बड़ोदा के इस ऑलराउंडर ने साल 2005 में बुलावायो में चल रहे ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उस मैच में भारत ने सिर्फ एक ही पारी में बल्लेबाज़ी की थी जिसमें पठान ने 52 रन बनाए थे, गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट हासिल किए और फिर दूसरी पारी में 53 रन पर चार विकेट लेकर हरभजन सिंह के साथ मिलकर ज़िम्बाब्वे की कमर तोड़ दी और भारत को जीत का स्वाद चखाया। #1 भुवनेश्वर कुमार – लॉर्ड्स, 2014 बल्लेबाज़ी – 36 और 52 गेंदबाज़ी – 6/82 और 0/21 भारत के लिए अब तक 12 टेस्ट मैच खेल चुके भुवि भारतीय टेस्ट टीम में लगातार अपनी जगह नहीं बना पाये हैं। अपनी स्विंग गेंदबाज़ी के लिए मशहूर भुवि बल्लेबाज़ी में भी हाथ आज़मा चुके हैं। साल 2014 में लॉर्ड्स में भुवनेश्वर ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया था। भुवि ने रहाणे के साथ मिलकर 90 रनो की साझेदारी की थी जिसमें उनका व्यक्तिगत स्कोर 36 रन था, फिर गेंदबाज़ी करते हुए भुवि ने मेजबान इंग्लैंड के छह विकेट झटक कर 319 रनो पर समेट दिया था। वहीं दूसरी पारी में उन्होंने अर्द्धशतक भी जड़ा, और 16 ओवर में मात्र 21 रन देकर ईशांत के साथ गेंदबाज़ी में लाजवाब प्रदर्शन कर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई थी।