एशेज सीरीज में इंग्लैंड के 5 सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज

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एशेज सीरीज को क्रिकेट का सबसे ऐतिहासिक सीरीज माना जाता है और यह आज भी टेस्ट मैचों की सबसे प्रतिष्ठित सीरीज है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट सीरीज 1876-77 में खेला गया था लेकिन उस समय इसका नाम एशेज नहीं रखा गया था। इन दोनों देशों के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को 1882 में पहली बार एशेज नाम रखा गया और तब से इसे इसी नाम से जाना जाता है।

इस साल इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 135 साल के एशेज इतिहास का 70वां सीरीज खेला जाएगा। यही सही समय है जब हम पीछे मुड़कर उन बल्लेबाजों की बात करे जिसने इंग्लैंड के लिए इस सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड के कुछ बल्लेबाजों ने इस सीरीज में अच्छा खेल दिखाया है लेकिन कुछ ऐसे नहीं बल्लेबाज रहे हैं जिनकी कोई बराबरी नहीं है।

आईये इंग्लैंड के ऐसे 5 बल्लेबाजों के बारे में जानते हैं उन्होंने इस प्रतिष्ठित सीरीज में बेजोड़ प्रदर्शन किया:

#5 मॉरिस लीलैंड

इस बाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज ने अपने 9 साल के क्रिकेट करियर में 6 एशेज सीरीज में हिस्सा लिया और इस सीरीज में इंग्लैंड के सबसे सफल बल्लेबाजों में एक माने जाते हैं।

लीलैंड ने अपने टेस्ट करियर में कुल 9 शतक जमाये थे जिसमें 7 एशेज सीरीज में ही आये हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए 20 टेस्ट मैचों में उनका औसत 56.83 रहा है जबकि उनके करियर औसत 46.08 ही है। इससे यह साफ हो जाता है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टीम बहुत पसंद थी।

मॉरिस लीलैंड ने 1929 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेली अपनी पहली ही पारी में 137 रन बनाए थे। उनके बाद हुई अगली 5 सीरीज में भी उनका ऐसा ही प्रदर्शन कुछ ऐसा ही रहा। 1934 में इंग्लैंड में हुई इस सीरीज को मेजबान टीम भले ही हार गई लेकिन मॉरिस ने उस सीरीज में 3 शतक जमाये थे और उनका औसत 68.28 का था।

1938 में एशेज की अपनी अंतिम पारी में उन्होंने 187 रनों की पारी खेली जो उनका व्यक्तिगत उच्चयतम स्कोर भी है।#4 केन बैरिंगटन

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केन बैरिंगटन को इंग्लैंड के महान बल्लेबाजों की सूची में रखा जाता है। वो जब भी एशेज सीरीज खेलते थे उस दौरान उनका प्रदर्शन और निखर जाता था लेकिन 5 सीरीज खेलने के बाबजूद वो एक भी जीतने में असफल रहे थे। इन सभी सीरीज में उनका प्रदर्शन काफी जबरदस्त रहा था। अपने करियर की शुरुआत के जहां बैरिंगटन काफी आक्रमक बल्लेबाज थे वहीं बाद में उन्होंने अपने आप को नियंत्रण में रखकर सुझबुझ भरी बल्लेबाजी करने लगे थे।

बैरिंगटन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 टेस्ट मैच खेले जिसमें उनका औसत करीब 64 का था और उन्होंने इस दौरान 13 अर्धशतक भी जमाये थे। उनका सर्वाधिक स्कोर भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही आया था जब उन्होंने 1964 एशेज सीरीज के दौरान मैनचेस्टर टेस्ट में 256 रनों की पारी खेली थी।

गौर करने वाली बात यह भी है कि उनके 5 एशेज शतकों में 4 शतक ऑस्ट्रेलिया की धरती पर आये हैं और इससे उनकी काबिलियत साफ दिखती है।#3 सर लेन हटन

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सर लियोनार्ड हटन को आज भी क्रिकेट में तकनीकी रूप से सबसे मजबूत बल्लेबाज माना जाता है और सलामी बल्लेबाज के रूप में, उन्होंने अपने खेले 6 एशेज सीरीज में काफी रन बनाए।

अपने पहले ही एशेज सीरीज के नॉटिंघम टेस्ट में उन्होंने शतक बनाया। उसके बाद उसी सीरीज के ओवल टेस्ट में सर हटन ने 364 रनों की पारी खेली जो उस समय टेस्ट मैचों के सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर था और यह रिकॉर्ड करीब 20 सालों तक बना रहा।

अपने पहले ही एशेज सीरीज में उनका औसत 118.25 था और आने वाले सालों में खेले गए सीरीजों में भी उनका ऐसा ही प्रदर्शन बरकरार रहा। अपने एशेज करियर में सर हटन ने 5 शतक और 14 अर्धशतक जमाये और उनके अंतिम 2 सीरीज में इंग्लैंड ने जीत भी दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका बल्लेबाजी औसत 56.46 का था जो इंग्लैंड की तरफ से चौथा सर्वश्रेष्ठ है (कम से कम 20 टेस्ट)।#2 हरबर्ट सटक्लिफ

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अपने 11 साल और 54 टेस्ट मैचों के करियर के दौरान इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज हरबर्ट सटक्लिफ ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कई यादगार पारियां खेली। सटक्लिफ अपने समय में तकनीकी रूप से सबसे मजबूत बल्लेबाज माने जाते थे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका औसत 66.85 था जो किसी भी इंग्लैंड के बल्लेबाज जिसने 20 या ज्यादा टेस्ट खेले है उसमें सबसे अधिक है। 1924-25 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपने पहले ही सीरीज में 734 रन बनाए थे जिसमें 4 शतक और 2 अर्धशतक शामिल थे।

सटक्लिफ ने 6 एशेज सीरीज खेले थे जिसमें 3 सीरीज में इंग्लैंड की टीम विजेता रही जबकि बाकी 3 सीरीज पर ऑस्ट्रेलिया ने कब्जा जमाया। यहां तक कि जब 1934 में खेले अपने अंतिम एशेज सीरीज में वह एक भी शतक नहीं जमा पायें फिर भी उनका औसत 50 से ऊपर का था।

अपने एशेज करियर में हरबर्ट सटक्लिफ ने 8 शतक और 16 अर्धशतक जमाएं, इसी वजह से उन्हें इस सीरीज में इंग्लैंड के सबसे सफल बल्लेबाजों की सूची में रखा जाता है।#1 जैक हॉब्स

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135 सालों के एशेज इतिहास में इंग्लैंड के किसी भी बल्लेबाज ने इतने रन नहीं बनाए जितने जैक हॉब्स ने बनाये हैं। 41 एशेज मैचों में 54.26 का औसत बरकरार रखना यह साबित करता है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके प्रदर्शन की कोई बराबरी नहीं है।

उन्होंने 12 साल में खेले 11 एशेज सीरीज के 41 टेस्ट मैचों में 3636 रन बनाये हैं जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। इंग्लैंड हो या ऑस्ट्रेलिया दोनों ही जगह उनका प्रदर्शन एक जैसा ही रहता था। 1911-12 में जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर मे मात दी थी तो उस सीरीज में हॉब्स का औसत 82.75 था।

एक समय हॉब्स विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे और जरूरत के समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते थे। अगर एशेज में प्रदर्शन की बात करें तो कोई उनके आसपास भी नहीं दिखता है।

लेखक- सोहम समद्दार

अनुवादक- ऋषिकेश सिंह