Ad
2015 के विश्व कप में रैना ने इतने रन नहीं बनाए थे और उनके ऊपर दबाव भी पूरा था। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अंतिम लीग मैच में भारत का स्कोर 92-4 हो गया था और टीम को जीतने के लिए 287 का मुश्किल लक्ष्य मिला था। ऑकलैंड के ग्राउंड में लाइट के अंदर गेंद स्विंग और सीम दोनों हो रहा था। तभी रैना ने कप्तान धोनी के साथ पारी को संभाला। उन्होने गेंद को उसकी मेरिट पर खेला और एक साझेदारी बनाई। एक बार जब रैना सेट हो गए, उसके बाद उन्होने गेंदबाजों की अच्छी धुनाई की और अंत में एक शानदार शतक लगाया। अंत में रैना के सेंचुरी की बदौलत भारत ने ज़िम्बाब्वे को आसानी से 6 विकेट से हारा दिया। लेखक- मनीष पाठक, अनुवादक- मयंक महता
Edited by Staff Editor