इस समय लगभग हर टीम के पास अच्छे गेंदबाज है, पर हर एक टीम में अच्छी गेंदबाजों की जोड़िया नहीं हैं। क्रिकेट में एक कहावत हैं, अच्छे गेंदबाज हमेशा जोड़ियों में ही शिकार करते हैं और वहीं उनको सबसे ज्यादा खतरनाक बनाते हैं। इससे दोनों छोर से दबाव बना रहता हैं। हमने पिछले कई सालों में ऐसे कई गेंदबाजी जोड़ियाँ देखी है, जैसे वाल्श और एम्ब्रोस, ग्लेन मैकग्रा और जेसन गिलेस्पी, हरभजन सिंह और अनिल कुंबले और इनमें से सबसे सफल जोड़ी वसीम अकरम और वकार यूनिस। आज के समय में ऐसी जोड़ियाँ मिलना मुश्किल है। टीमें लगातार बदल रही है, तीनों फोरमैट को मद्देनजर रखते हुए, जितनी क्रिकेट हाल ही में खेलीं जा रही है और चोटों के कारण, हर टीम अपने गेंदबाजो में बदलाव करती रहती हैं। इसी कारण हाल ही के क्रिकेट में बहुत कम ऐसी जोड़ियाँ बची हैं। नज़र डालते हैं 5 ऐसे गेंदबाजों कि जोड़ियों पर, जिनकी साझेदारी अच्छी रही हैं: जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड(इंग्लैंड ) आज के समय की सबसे बढ़िया और खतरनाक जोड़ियों में से एक हैं, ब्रॉड और एंडरसन की जोड़ी। यह दोनों गेंदबाज पिछले कई सालों से इंग्लैंड के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके कारण इंग्लैंड टेस्ट में एक समय में नंबर 1 साइड भी रही हैं। पिछले 5 सालों में ब्रॉड ने सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए है, उन्होने 106 इनिंग्स में 25 की औसत से 238 विकेट लिए हैं, जिसमे 12 बार उन्होने एक पारी में 5 और उससे ज्यादा विकेट लिए हैं। इसमे उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2015 की एशेज़ में 8/15 का स्पैल भी शामिल हैं। दूसरी तरफ एंडरसन ने 57 टेस्ट की 110 पारियों में 25.91 की औसत से 236 विकेट हासिल किए हैं, जिसमे 11 बार एक पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट शामिल हैं। इन दोनों ने साथ में गेंदबाजी करते हुए ब्रॉड ने जहां 23 टेस्ट में 20.87 की औसत से 108 विकेट लिए है, तो एंडर्सन ने 24 की औसत से 105 विकेट लिए हैं। इन दोनों गेंदबाजो का आपस में तालमेल और रिकॉर्ड इतना शानदार हैं कि इन्हें टक्कर सिर्फ स्टेन और मोर्केल कि जोड़ी ही देती हैं। खासकर इंग्लैंड की सरजमीं पर, इनसे बेहतर कोई नहीं हैं। डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कल (साउथ अफ्रीका) स्टेन और मोर्कल दोनों में ही किसी भी पिच पर अच्छा कर सकते हैं। स्टेन जहां अपनी तेज़ी और स्विंग के मिश्रण से वार करते हैं तो, मोर्केल ने अपनी उछाल से बल्लेबाजों की नाक में दम कर रखा हैं। इन दोनों ने ही पिछले कई सालों से अच्छे-अच्छे बालेबाज़ों को परेशान किया हुआ हैं। हाल में दोनों ने काफी मैच नहीं खेले हैं। स्टेन ने पिछले दो सालों में सिर्फ 10 टेस्ट ही खेले हैं, जिसमे उन्होने 18.56 की औसत से 44 विकेट हासिल किए हैं। दूसरी तरफ मोर्केल ने 23.45 की औसत से 53 विकेट लिए हैं। जब भी वरनॉन फिलेंडर फिट होंगे, तो इनकी जोड़ी टूटना तय हैं। फिर भी इन दोनों ने क्रिकेट के हर फॉरमैट में सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से हैं। पिछले 5 साल में जहां स्टेन ने 36 टेस्ट में 168 विकेट लिए है, तो मोर्केल ने इस बीच 40 मुकाबलों में 28.55 की औसत से 129 विकेट हासिल किए हैं। इन दोनों का एक जोड़ी के रूप में आगे बढ्ना काफी मुश्किल हैं, क्योकि कगीसों रबाड़ा लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ट्रेंट बोल्ट और टिम साऊदी (न्यूज़ीलैंड) बोल्ट के पिछले 5 सालों में 39 टेस्ट मैच में 29 की औसत से 147 विकेट लिए हैं। वही दूसरी तरफ साऊदी ने 35 टेस्ट में 29.33 की औसत से 131 विकेट हासिल किए हैं। पिछले दो सालों में इन दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया है, फिर भी फ्लैट विकटों पर खेलने के कारण इनके आंकड़े थोड़े गिरे हैं। फिर भी पिछले 24 महीनों में बोल्ट ने जहां 17 टेस्ट में 65 विकेट लिए हैं, तो साऊदी ने उतने ही मुक़ाबलों में 54 विकेट हासिल किए हैं। बोल्ट और साऊदी दोनों आपस में एक दूसरे को काफी समर्थन और मजबूती देते हैं। जहां एक तरफ साऊदी गेंद को मूव और स्विंग कराने की काबिलियत रखते हैं तो दूसरी तरफ बोल्ट दाए हाथ के बल्लेबाजों के लिए गेंद को अंदर लाते है और वो एक से दो यार्ड तेज़ भी हैं। यह दोनों न्यूज़ीलैंड की कंडिशन में काफी खतरनाक हैं, जहां गेंद स्विंग और मूव दोनों होती हैं। इन दोनों गेंदबाजों के कारण न्यूज़ीलैंड की टीम 2015 विश्व कप के फ़ाइनल तक पहुँच पाई थी। जॉश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क(ऑस्ट्रेलिया ) ऑस्ट्रेलिया जहां हमेशा से ही अच्छे तेज़ गेंदबाज निकलते रहे हैं, लेकिन पिछले कई सालों में वहा से कोई भी गेंदबाजों की अच्छी जोड़ी देखने को नई मिली हैं। जिसके पीछे का कारण चोट और खिलाड़ियों की रिटायरमेंट हैं। उनके पास हाल ही में स्टार्क और हेजलवुड के रूप में अच्छी जोड़ी मिल गई हैं, जो हाल ही में इंजरी से वापिस आ रहे हैं। हेजलवुड के हाल ही के प्रदर्शन को देखते हुए उनकी तुलना मैक ग्राथ जैसे गेंदबाज से तुलना भी हुई हैं। अभी उन्हें क्रिकेट में आए दो साल ही हुए हैं, पर इनका प्रदर्शन शानदार रहा है, अब तक खेले 17 टेस्ट में उन्होने 25.77 की औसत से 70 विकेट अपने नाम की हैं। तो दूसरी तरफ स्टार्क रंगीन कपड़ों में ज्यादा प्रभावशाली रहे हैं। स्टार्क ने अब तक खेले 13 टेस्ट में 28 की औसत से 50 विकेट अपने नाम की हैं। स्टार्क तेज़ गेंदबाज के रूप में हैरिस और जॉनसन के अंडर खेलते हुए काफी कुछ सीखा हैं। रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा(भारत) इस लिस्ट में शामिल बाकी गेंदबाजों की तुलना में यह दोनों काफी पीछे है, इंका प्रदर्शन घरेलू सरजमीं पर शानदार रहा है, पर अभी भी इन्हें विदेशी धरती पर अपने आप को साबित करना हैं। अश्विन और जडेजा दोनों अलग तरह के गेंदबाज हैं। जहां एक तरफ अश्विन लंबे कद के ऑफ स्पिन बोलर है, तो दूसरी तरफ जडेजा बाए हाथ के स्पिनर। अश्विन ने जहां पिछले 5 सालों में 32 टेस्ट में 25.39 की औसत से 176 विकेट हासिल किए हैं, वो सबसे तेज़ 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं। अश्विन ने पिछले 2 साल में 13 टेस्ट में 72 विकेट लिए हैं, वो भी 21 की औसत से, जिसमे 7 बार एक पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट शामिल हैं। वही जडेजा ने 8 टेस्ट में 32 विकेट लिए हैं, जिसमे साउथअफ्रीका के खिलाफ शानदार वापसी शामिल हैं। जडेजा ने उस सीरिज में 21 विकेट लिए थे। लेखक- क्रिश श्रीपदा, अनुवादक- मयंक महता