बोल्ट के पिछले 5 सालों में 39 टेस्ट मैच में 29 की औसत से 147 विकेट लिए हैं। वही दूसरी तरफ साऊदी ने 35 टेस्ट में 29.33 की औसत से 131 विकेट हासिल किए हैं। पिछले दो सालों में इन दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया है, फिर भी फ्लैट विकटों पर खेलने के कारण इनके आंकड़े थोड़े गिरे हैं। फिर भी पिछले 24 महीनों में बोल्ट ने जहां 17 टेस्ट में 65 विकेट लिए हैं, तो साऊदी ने उतने ही मुक़ाबलों में 54 विकेट हासिल किए हैं। बोल्ट और साऊदी दोनों आपस में एक दूसरे को काफी समर्थन और मजबूती देते हैं। जहां एक तरफ साऊदी गेंद को मूव और स्विंग कराने की काबिलियत रखते हैं तो दूसरी तरफ बोल्ट दाए हाथ के बल्लेबाजों के लिए गेंद को अंदर लाते है और वो एक से दो यार्ड तेज़ भी हैं। यह दोनों न्यूज़ीलैंड की कंडिशन में काफी खतरनाक हैं, जहां गेंद स्विंग और मूव दोनों होती हैं। इन दोनों गेंदबाजों के कारण न्यूज़ीलैंड की टीम 2015 विश्व कप के फ़ाइनल तक पहुँच पाई थी।