इस क्रिकेटर की जितनी तारीफ की जाए वो कम है। क्रिकेट के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाजों में से एक रिचर्ड हेडली ने भी भारत में काफी सफलता हासिल की। यू भी कह सकते हैं कि सर रिचर्ड हेडली को उपमहाद्वीप की परिस्थितियां काफी रास आई। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भारत के खिलाफ मुंबई में 1998 में आया। उन्होंने पहली पारी में 49 रन देकर 6 विकेट लिए और भारत को पहली पारी में 294 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। इसके बाद मैच की चौथी पारी में भारत को जीत के लिए 282 रन की जरुरत थी। तब सर रिचर्ड हेडली ने 39 रन देकर 4 विकेट लिए और मेजबान टीम दूसरी पारी में 145 रन पर ढेर हो गई। कीवी टीम ने भारतीय जमीन पर 137 रन की यादगार जीत दर्ज की। यह पूरी सीरीज हेडली के लिए शानदार साबित हुई और उन्होंने सीरीज में कुल 18 विकेट लिए। हेडली ने ऑफ स्टंप पर कसी हुई गेंदबाजी करके भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। सर रिचर्ड हेडली की गेंदों ने भारतीय बल्लेबाजों पर जबर्दस्त खौफ जमाया। उनकी कसी हुई लाइन के सामने बल्लेबाजों को रन बनाना बहुत मुश्किल पड़ रहा था। न्यूजीलैंड के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज सर रिचर्ड हेडली के लिए यह सीरीज यादगार बन गई और बनती भी क्यों नहीं... उपमहाद्वीप में तेज गेंदबाज के लिए सफलता हासिल करना आसान काम बिलकुल भी नहीं है।