वीरेंद्र सहवाग के 5 सबसे बेहतरीन बॉलिंग प्रदर्शन

इस मैच में सहवाग ने सबको अपनी बॉलिंग से चौंकाया था

वीरेंद्र सहवाग पिछले दशक के सबसे विस्फोटक ओपनरों में से एक थे। उनके जबरदस्त फुट वर्क और हैंड आई कॉर्डिनेशन से उन्होंने वो सब हासिल किया, जो एक खिलाड़ी अपने देश के लिए हासिल करना चाहता है। सहवाग में इतनी प्रतिभा थी कि तब के भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने खुद ओपनिंग छोड़कर सहवाग को मौका दिया था। ज्यादातर लोग सिर्फ उनकी बल्लेबाजी की ही बात करते हैं, पर उनकी गेंदबाजी को भूल जाते हैं। वीरेंद्र सहवाग के अच्छे पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर थे। उन्होंने बहुत सारे मौकों पर टीम को सफलता दिलाई। सहवाग ने 104 टेस्ट मैचों में 40 विकेट और 146 वनडे मैचों में 96 विकेट लिए। सहवाग ने बीते सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से सन्यास ले लिया। आइए नजर डालते हैं ऐसे 5 मौकों पर जब सहवाग ने अपनी गेंदबाजी से टीम के लिए कमाल किया।

#5 2/24 बनाम ऑस्ट्रेलिया

[caption id="attachment_13313" align="alignnone" width="709"] इस मैच में सहवाग ने सबको अपनी बॉलिंग से चौंकाया था[/caption] 2007-08 में खेली गई बॉर्डर गावस्कर सीरीज़ के दौरान विवादित सिडनी मैच के बाद टीम इंडिया पर्थ में हुए तीसरे टेस्ट मैच में 4 स्पेशलिस्ट गेंदबाजों के साथ उतरी। जिसकी वजह से सहवाग को आखिरी पारी में 5वें गेंदबाज की भूमिका निभानी पड़ी। झल्लाए हुए एडम गिलक्रिस्ट करीब 1 घंटे से गेंदों को डिफेंड किए जा रहे थे। कप्तान अनिल कुंबले ने गेंद सहवाग को देने का फैसला किया। 61वें ओवर की तीसरी गेंद पर सहवाग को गिली को चलता किया। सहवाग की लाजवाब गेंद का गिलक्रिस्ट के पास कोई जवाब नहीं था। सहवाग ने अपने अगले की ओवर में ब्रेट का विकेट अपने नाम किया। मैच में मिचेल जॉनसन की हाफ सेंचुरी के बाद भी टीम इंडिया को जीत हासिल हुई।

#4 2/32 & 2/39 बनाम वेस्टइंडीज

[caption id="attachment_13312" align="alignnone" width="459"]वीरेंद सहवाग वीरेंदर सहवाग[/caption] 2006 में हुए टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा सहवाग की बॉलिंग के लिहाज से काफी अच्छा रहा। वेस्टइंडीज के उस दौरे पर सहवाग ने पार्ट टाइम स्पिनर से फुल टाइम स्पिनर बनने की ओर कदम बढ़ाया। नजफगढ़ के नवाब ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरी पारी में 32 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। सहवाग ने शिवनारायण चंद्रपॉल और ड्वेन ब्रावो को अपना शिकार बनाया। मैच की चौथी पारी ने दिनेश रामदीन औऱ ड्वेन ब्रावो को अपना शिकार बनाया।

#3 5/104 बनाम ऑस्ट्रेलिया

[caption id="attachment_13311" align="alignnone" width="711"]वीरेंद्र सहवाग वीरेंद्र सहवाग[/caption] 2008 में खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी करते हुए 613 रनों का विशाल स्कोर बनाया। मैच में जहीर खान और ईशांत शर्मा ने गेंदबाजी से निराश किया। टीम के कप्तान अनिल कुंबले ने सहवाग को गेंद थमाई। सहवाग ने 100 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए। करियर में ये पहला मौका था, जब सहवाग ने एक पारी में इतने ज्यादा ओवर फेंके थे और 5 विकेट अपने नाम किए थे। 58वें ओवर की दूसरी गेंद पर सहवाग ने मैथ्यू हेडन को अपना शिकार बनाया। सहवाग ने उसके बाद रिकी पोंटिंग, माइकल हसी, कैमरून वाइट, और शेन वाटसन का विकेट लिया।

#2 3/59 बनाम ऑस्ट्रेलिया

[caption id="attachment_13310" align="alignnone" width="710"]अगरकर और सहवाग अगरकर और सहवाग[/caption] अपने करियर के शुरुआती दौर में सहवाग मध्यक्रम के बल्लेबाज थे। 2001 में ऑस्ट्रेलिया टीम के भारत दौरे के पहले वनडे मैच में सहवाग को नंबर छह पर भेजा गया। 316 रनों को पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने हेडन की ताबड़तोड बल्लेबाजी की बदौलत जबरदस्त शुरुआत की। सहवाग ने मैथ्यू हेडन को सेंचुरी से 1 रन पहले चलता किया। सहवाग ने उसके बाद डेमियन मार्टिन और स्टीव वॉ का विकेट अपने नाम किया। 22 साल के सहवाग ने उस मैच में 3 विकेट लिए और बल्लेबाजी करते हुए हाफ सेंचुरी बनाई। सहवाग को अपने जबरदस्त प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। ये सहवाग के करियर का पहला मैन ऑफ द मैच खिताब था।

#1 4/6 बनाम बांग्लादेश

[caption id="attachment_13309" align="alignnone" width="551"]बांग्लादेश के खिलाफ सहवाग बांग्लादेश के खिलाफ सहवाग[/caption] कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वन डे मैचों में पार्ट टाइम गेंदबाजों का जमकर इस्तेमाल किया है। युवराज सिंह और वीरेंद्र सहवाग ने अपनी पार्ट टाइम गेंदों से विरोधियों को पस्त किया। युवराज सिंह ने अपने प्रदर्शन की वजह से टीम इंडिया को वर्ल्ड कप दिलाया। 2010 में हुए एशिया कप के दूसरे मैच में भारत का सामना बांग्लादेश से हुआ। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कप्तान धोनी ने सहवाग को बॉलिंग पर उतारा, जब बांग्लादेश का स्कोर 155 रन पर 5 विकेट था। सहवाग ने अपनी करियर की शानदार गेंदबाजी कर महज 6 रन देकर 4 विकेट लिए। महज 17 गेंदों के अंदर ही सहवाग ने बांग्लादेश के 4 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। सहवाग ने मैच में फ्लाइटिड गेंदबाजी की, जिसकी उन्होंने पूरा फायदा उठाया। लेखक- ईशान सेन, अनुवादक- विजय शर्मा

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