क्रिकेट में बल्लेबाजी और गेंदबाजी जितनी महत्वपूर्ण होती है, उतनी ही फील्डिंग भी जरूरी होती है। किसी टीम की अच्छी फील्डिंग के चलते ही विपक्षी टीम पर दबाव बनाया जा सकता है। भारतीय क्रिकेट में भी कई शानदार फील्डर हुए हैं। इनमें युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ जैसे फील्डर भी शामिल हैं। हालांकि वर्तमान में टीम इंडिया के खिलाड़ियों में रविंद्र जडेजा क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शानदार फील्डर के तौर पर अपना दबदबा कायम कर चुके हैं। टेस्ट, वनडे और टी20 क्रिकेट में अपनी शानदार फील्डिंग के चलते जडेजा कई बार देखने वालों को भी हैरत में डाल चुके हैं। मैदान पर ऐसा कम ही देखा गया है कि रविंद्र जडेजा मिसफील्ड करते हों। आइए एक नजर डालते हैं रवींद्र जडेजा के पांच सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग प्रयासों पर:
#5 पाकिस्तान के ख़िलाफ़, चैंपियंस ट्रॉफी 2017 (एजबेस्टन)
साल 2017 में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में रविंद्र जडेजा की शानदार फील्डिंग देखने को मिली। इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप बी में खेलते हुए रविंद्र जडेजा ने अपनी मैदान पर दमकर चुस्ती दिखाई थी। इस मुकाबले में जडेजा ने अपने फुर्ती के चलते शोएब मलिक को रन आउट कर दिया था, जो कि मैच का यादगार लम्हा बन गया। इस मुकाबले के लिए पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। बाद में पाकिस्तान डकवर्थ लुईस नियम के तहत 41 ओवर में 289 रनों का पीछा करने मैदान पर उतरी। पाकिस्तान के 91 रन के स्कोर पर 3 विकेट गिर चुके थे, जिसके बाद शोएब मलिक बल्लेबाजी करने के लिए आए। मैदान पर आते ही शोएब ने दो चौके और एक छक्का लगाकर अपने मंसूबे बयां कर दिए थे। शोएब मलिक की बल्लेबाजी देखते हुए लग रहा था कि वो एक बड़ा स्कोर बना के ही दम लेगें। लेकिन जडेजा ने उनके शोएब को अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया और बड़ा स्कोर बनाने से पहले ही उनका दम ही निकाल दिया। दरअसल, इस मैच में शोएब एक मुश्किल भरा सिंगल लेने के लिए क्रीज से बाहर निकलकर थोड़ा-सा आगे चले गए। लेकिन मैदान पर मुस्तैदी से खड़े रविंद्र जडेजा ने इस मौका को हाथ से जाने नहीं दिया और तुंरत गेंद को विकेटों पर मार दी। डायरेक्ट हिट होने के चलते शोएब मिलक को पैवेलियन वापस लौटना पड़ा। इसके साथ ही पाकिस्तान की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया।
#4 ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़, टी20 सीरीज़ 2016 (मेलबर्न)
1-0 की बढ़त के साथ भारतीय क्रिकेट टीम साल 2016 के शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मुकाबले के लिए एमसीजी पहुंची। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की ओर से रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली ने मैदान पर रनों की बरसात कर दी। विरोधी गेंदबाजों की भारत के इन तीनों बल्लेबाजों ने दमकर खबर ली। जिसकी बदौलत टीम इंडिया ने 184 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके बाद मेजबान टीम लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन उसका शीर्ष क्रम का जल्द ही आउट हो गया। इस मैच में भी रविंद्र जडेजा ने अपनी फुर्ती एक बार फिर से दिखाई। पांचवें स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए शेन वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदों को फिर से जगाने का काम कर रहे थे। भारत की ओर से उनके सामने जडेजा गेंदबाजी करने आए। उनकी एक गेंद पर वॉटसन ने हवा में सीधे एक जोरदार शॉट खेला, लेकिन जडेजा की फुर्ती इतनी तेज थी कि उन्होंने तुंरत ही अपनी ही गेंद पर वॉटसन का कैच लपक लिया। इस कैच के दौरान रिएक्शन टाइम काफी कम था। जडेजा के इस कैच से हर कोई हैरानी में पड़ गया।
# 3 न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़, टेस्ट सीरीज़ 2014 (ऑकलैंड)
साल 2014 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली गई। ऑकलैंड में खेले गए इस सीरीज के पहले टेस्ट मुकाबले में न्यूजीलैंड के एक वक्त पर 30 रनों के स्कोर पर 3 विकेट गिर चुके थे, लेकिन इसके बाद न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने केन विलियमसन के साथ संभलकर खेलना शुरू किया और स्कोर बोर्ड को आगे बढ़ाया। दोनों ही बल्लेबाजों ने देखते ही देखते टीम को काफी बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया था। इस मैच में मैकुलम 200 रनों का स्कोर बना चुके थे और टीम का स्कोर भी 500 रन तक पहुंचा दिया था। न्यूजीलैंड की इस पारी में सबसे आखिरी विकेट मैकुलम का ही गिरा। रविंद्र जडेजा ने बाउंड्री पर शानदार कैच पकड़कर उनकी और टीम की पारी का अंत किया। इशांत शर्मा की गेंद पर मैकुलम ने बल्ला उठाकर शॉट खेला। गेंद सिक्स के लिए बाउंड्री के पार जाते हुए दिखाई दे रही थी लेकिन तभी अपनी सूझबूझ के सहारे जडेजा ने मैकुलम का कैच पकड़ा। बाउंड्री पर किसी का कैच लपक पाना आसान नहीं होता है, लेकिन जडेजा ने ये कर के दिखााया। इस मैच में मैकुलम ने 307 गेंदों में 224 रनों की पारी खेली।
#2 न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़, टेस्ट सीरीज़ 2014 (ऑकलैंड)
न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2014 में खेली गई सीरीज में भी जडेजा ने शानदार फील्डिंग की। इस सीरीज में ऑकलैंड टेस्ट की दूसरी पारी में भी जडेजा का फील्डिंग में प्रदर्शन जारी था। इस बार ऑकलैंड टेस्ट की दूसरी पारी में जडेजा का फिर से कमाल देखने को मिला। इस मैच की दूसरी पारी में केन विलियमसन के जरिए एक शानदार शॉट खेला गया, लेकिन मैदान में हमेशा चौक्कने रहने वाले रवींद्र जडेजा ने विलियमसन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और फटाक से विलियमसन का कैच ले लिया। जडेजा ने कैच इतना जबरदस्त लिया था कि कोई उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता था।
#1 ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़, वनडे सीरीज़ 2009 (मोहाली)
रविंद्र जडेजा ने साल 2009 में अपने क्रिकेट करियर का आगाज किया था। इस साल ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर भी आई। भारत में टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 वनडे मुकाबलों की सीरीज खेली जानी थी। इस सीरीज में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम पर 2-1 से बढ़त हासिल कर चुकी था। इसके बाद मोहाली में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा वनडे मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में रविंद्र जडेजा ने मैदान पर जमकर फुर्ती दिखाई। मैच का खास पल तो तब आया जब जडेजा ने अपनी शानदार फील्डिंग के बूते रिकी पॉन्टिंग को रन आउट कर दिया और पैवेलियन की राह दिखा दी। दरअसल, हरभजन सिंह की गेंद पर रिकी पॉन्टिंग ने शॉट खेला और एक रन पूरा किया। इसके बाद गेंद को दूर जाता देख रिकी पॉन्टिंग दूसरा रन लेने के लिए भी दौड़े लेकिन यहीं वो मात खा गए और दूसरा रन पूरा ही नहीं कर पाए और रन आउट गए। रविंद्र जडेजा ने मैदान पर शानदार फील्डिंग करते हुए दूर से ही गेंद को सीधे विकेटों पर मारा, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो गया। इसके साथ ही रिकी पॉन्टिंग को भी अपने विकेट से हाथ धोना पड़ा।
लेखक: राम कुमार अनुवादक: हिमांशु कोठारी