इन 5 सर्वश्रेष्ठ वनडे मैचों में भारत ने वापसी करते हुए किया लक्ष्य का बचाव

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, 15 जनवरी 2011, जोहान्सबर्ग
परिणाम :

भारत एक रन से विजयी भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज विश्वकप 2011 से पहले हुई थी। जिसमें दोनों टीमें पूरी तरह से अलग थी। दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने पहले मुकाबले में भारत को हरा दिया था। जबकि दूसरा मुकाबला जोहान्सबर्ग के द वांडरर्स स्टेडियम में खेला जाना था। भारतीय टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी चुनी और लेकिन शुरुआत बहुत धीमी रही। मुरली विजय के आउट होने के बाद सचिन ने विराट के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन ये दोनों खिलाड़ी एक ही ओवर में आउट हो गए। उसके बाद युवराज और धोनी ने 83 रन की साझेदारी निभाई। लेकिन जब टीम ने बल्लेबाज़ी पॉवरप्ले लिया तो सेट बल्लेबाज़ युवराज सिंह 53 रन बनाकर आउट गये। उस समय टीम का स्कोर 36.4 ओवर में 150/4 था। लेकिन भारत ने अगले 7 विकेट मात्र 40 रन के भीतर गवां दिए। अब दक्षिण के सामने जीत के लिए 191 रन का लक्ष्य था। जवाब प्रोटेस टीम की शुरुआत रही, लेकिन कॉलिन इंगराम और ग्रेम स्मिथ ने टीम का स्कोर 12 ओवर में 66/1 रन पहुंचा दिया। उसके बाद दो विकेट जल्दी आउट हो गये। लेकिन इसके बावजूद भी स्मिथ के अलावा जेपी डुमिनी और मिलर जैसे बल्लेबाज़ थे। दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 18 ओवर में 39 रन बनाना था। कप्तान स्मिथ ने दूसरा पॉवरप्ले लिया और गेंदबाज़ी करने आये मुनाफ पटेल और स्मिथ को उन्होंने बोल्ड कर दिया। जो भारत के लिए बहुत ही अहम था। उसके बाद धोनी ने मुख्य गेंदबाज़ ज़हीर खान को आक्रमण पर लगाया। ज़हीर ने मिलर को स्लो बाउंसर से चकित करते हुए चलता कर दिया। वेन पर्नेल ने मोर्कल और स्टेन के छोटी साझेदारी निभाई और प्रोटेस मुकाबले में वापस आ गये। 8 ओवर में जीत के लिए 4 रन बनाने थे, पहले पर्नेल पॉइंट पर कैच दे बैठे और उसके बाद मोर्कल ने विजयी चौका लगाने के चक्कर में युवराज सिंह को कैच दे दिया। जिसकी वजह से भारत इस मैच को एक रन से जीतने में कामयाब हो गया। मुनाफ पटेल ने 29 रन देकर 4 विकेट लिए और विश्वकप की टीम में उनका चयन भी हो गया।