टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 टीम को उसी के घर में पटखनी देना, इससे बेहतर और क्या हो सकता है। पहले मैच में बारिश और खराब रोशनी की दिक्कतों के बावजूद इंग्लैंड ने इस मैच में 241 रन से जीत दर्ज की। जबकि दूसरा टेस्ट मैच हाई स्कोरिंग रहा, दोनों टीमों ने 600 से ज्यादा रन बनाए। नतीजतन मैच ड्रॉ रहा। इसके बाद जोहान्सबर्ग में हुए तीसरे टेस्ट में जो रूट की शतकीय पारी और स्टुअर्ट ब्रॉर्ड के 6 विकेटों की बदौलत इंग्लैंड ने इस मैच में 7 विकेट से जीत हासिल की और 4 मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली। सेंचुरियन में हुए आखिरी चौथे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के गेंदबाज कगीसो रबाडा ने 13 विकेट चटकाए और साउत अफ्रीका को 280 रन से बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन ये जीत भी साउथ अफ्रीका के लिए सीरीज हार के अंतर को कम करने से ज्यादा और कुछ नहीं कर सकी। दक्षिण अफ्रीका को उसी घर में 2-1 से हराकर इंग्लिश टीम ने ये सीरीज अपने नाम की और कुक की कप्तानी में घर के बाहर इंग्लैंड की ये पहली सीरीज जीत थी। लेखक: सायंतन, अनुवादक: श्रद्धा