3. पार्थिव पटेल के लिस्ट ए में पहले शतक की मदद से विजय हजारे ट्रॉफी में गुजरात की पहली जीत
इस बात से बिल्कुल भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि पार्थिव पटेल को सीमित ओवरों के खेल में उतनी सफलता नहीं मिली। ऊपरी क्रम में आकर लंबी पारी ना खेल पाने की वजह से चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा नहीं जताया, लेकिन विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में उन्होंने अपनी इस कमजोरी को दूर किया।
चिन्नास्वामी के हरे मैदान पर पार्थिव पटेल ने 119 गेंदों पर 105 रनों की बेहतरीन शतकीय पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत गुजरात ने दिल्ली को 139 रनों से हराकर पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी पर कब्जा किया। ये शतक उनके लिए मील का पत्थर था, क्योंकि इससे पहले 148 लिस्ट A मैचों में उन्होंने एक भी शतक नहीं लगाया था।
Edited by सावन गुप्ता