2004 में रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ गोल्डन जुबली मैच में पार्थिव पटेल को वीरेंद्र सहवाग के साथ ओपनिंग करने को कहा गया । पाकिस्तान के स्पीड स्टार शोएब अख्तर ने पहली ही गेंद पर सहवाग को पवेलियन भेज दिया । लेकिन पार्थिव पटेल पर इसका कोई असर नहीं पड़ा, उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर एक बेहतरीन साझेदारी की और भारतीय टीम को संकट से निकाल लिया । हालांकि 2 साल पहले 2002 में न्यूजीलैंड के खिलाफ जब पहली बार उन्हें ओपनिंग करने को कहा गया था तो वो बिना खाता खोले आउट हो गए थे। लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उनकी संयम भरी 69 रनों की पारी ने पाकिस्तान को शुरुआती झटकों का फायदा नहीं लेने दिया । 2004 पार्थिव पटेल के लिए बहुत ही अच्छा साल साबित हुआ । उस साल उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 69 रनों का उनका बेस्ट स्कोर भी था ।