#1 कॉलिन्स ओबुया- 5/24 श्रीलंका के खिलाफ, नैरोबी (2003)
2003 के विश्व कप में पुल बी में खेलने वाली केन्या की टीम ने टूर्नामेंट की शुरूआत हार के साथ की थी लेकिन दूसरे मैच में कनाडा को हराने के बाद उन्हें न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वॉकओवर मिल गया था क्योंकि न्यूज़ीलैंड की टीम ने सुरक्षा कारणों से नैरोबी जाने से मना कर दिया था। जिसके बाद केन्या का श्रीलंका के साथ रोमांचक मैच हुआ था। इस मैच में केन्या ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में श्रीलंका को जीतने के लिए 210 रनों का लक्ष्य दिया था। मैच में केन्या के सलामी बल्लेबाज केनेडी ओटीयेनो ने शानदार 60 रनों की पारी खेली थी। 210 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम के सलामी बल्लेबाज़ों सनथ जयसूर्या और मर्वन अट्टापट्टू को केन्या के गेंदबाज़ मार्टिन सूज़ी और थॉमस ओडोयो ने शुरूआत में ही पवेलियन भेज दिया था। इसके बाद कॉलिन्स ओबुयो ने नैरोबी के जिमखाना क्लब ग्राउंड पर अपना कमाल दिखाया था। केन्या के इस लेग स्पिनर ने अपने शानदार स्पेल से श्रीलंकन टीम के मध्यक्रम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था। ओबुयो ने श्रीलंका के हसन तिलकरत्ने, महेला जयवर्धने, अरविंद डि सिल्वा और कुमार संगाकारा जैसे मजबूत मध्यक्रम के बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। दिलचस्प बात ये है कि श्रीलंकाई टीम का मध्यक्रम स्पिन गेंदबाज़ों को खेलने में माहिर था लेकिन ये बल्लेबाज इस मैच में ओबुयो की गुगली को समझने में पूरी तरह से नाकाम रहे थे। इस मैच में केन्या की टीम को 53 रनों की जीत मिली थी। मैच में श्रीलंका की पूरी टीम मात्र 157 रनों पर पवेलियन लोट गई थी। लेखक- राम कुमार अनुवादक- सौम्या तिवारी