महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महान हैं, और उन्होने भारतीय क्रिकेट की शक्ल ही बदल दी है। भारतीय क्रिकेट फैंस भी उनको इसके लिए काफी सराहते हैं। धोनी एक लीडर की तरह अपनी टीम को आगे लेकर जाते हैं। धोनी मैदान पर हमेशा अपने गेंदबाज़ों और बल्लेबाजों को सलाह देते हुए दिखाई देते हैं। वो कभी-कभी मज़ाकिया अंदाज़ में भी अपने खिलाड़ियों को डांटते हैं। और कभी वो विकेट के पीछे से ऐसी बाते करते हैं जिन्हे जानकार आप निश्चित ही हसेंगे। धोनी के स्टंप विकेट पे रिकॉर्ड हुई बयान जो आपको निश्चित ही खुश कर देंगे।
#1 गर्लफ्रेंड पर टिप्पणी
एक टेस्ट मैच के दौरान श्रीसांथ काफी बुरी फील्डिंग कर रहे थे, अपनी जगह से आगे आते हुए, धोनी ने कहा," ओए श्री उधर गर्लफ्रेंड नहीं है, इधर आ जा थोड़ा।" एक दूसरी घटना में धोनी ने कॉमनटेटर की नकल करने की कोशिश करी, यहाँ उन्होने कहा," भरपूर बॉलिंग का प्रदर्शन करते हुए रवीद्र जडेजा।"
#2 क्लार्क को चतुरता से आउट करना
मोहाली में 2013 में तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियन ओपनर्स के बीच अच्छी साझेदारी हो गई थी। उसके बाद क्रिच पर खेलने आए माइकल क्लार्क। धोनी को पता था की क्लार्क स्पिनर को शॉट लगाने की कोशिश करेंगे। उन्होने जडेजा से कहा," पहली बॉल थोड़ा तेज़ डालना, ये पहली ही बॉल पर आगे बढ़ेगा।" जडेजा ने धोनी की बात मान ली और क्लार्क ने जडेजा को आगे बढ़के खेलने की जैसे ही कोशिश करी, धोनी ने उन्हे तेज़ी से स्टंप कर दिया।
#3 एक आक्रामक कप्तान
सबको पता है की धोनी रिस्क लेने में कभी घबराते नहीं है और वो चाहते हैं की बॉलर भी यही रणनीति अपनाएँ। 2014, 20-20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होने रवीद्र जडेजा से कहा की वो काफी आराम से बॉल को फेंके। और अगर उन्हे छक्के लगते हैं तो कोई बात नहीं, उन्होने कहा," थोड़ा धीरे डाल, एक छक्का खाके दिखा।" 2012 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में न्यूज़ीलैंड ने दूसरी पारी में 200 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। क्रूगर वैन विक और जेम्स फ़्रेंकलिन खेल रहे थे। धोनी ने उमेश यादव से कहा," उमी, अगर छोटा बॉल डालेगा तो अगला ओवर मिलेगा, वरना नहीं।"
#4 दांडते हुए धोनी
एक बार जब जडेजा न्यूज़ीलैंड के खिलाफ काफी औसत बॉलिंग करा रहे थे, तो धोनी ने जडेजा को याद दिलाया, तुमने स्लिप पे पुजारा क्यों रखा है। उन्होने कहा," ये घूमेगा तो पुजारा को इसलिए इधर रखा है, वो उधर ताली बजाने के लिए नहीं है।" एक दूसरे मैच में जब जडेजा सही जगह बॉल नहीं फेंक रहे तो उन्होने जडेजा से कहा," विजय अपना ही फील्डर है, उसे कैच लेने के लिए आगे रखा है, ऑफ में बॉल फेंक।"
#5 धोनी की इयन बैल पर टिप्पणी
धोनी-बैल की इस घटना को अलग-अलग कारण के लिए याद किया जाएगा। इसमें गाली-गलोच भी नहीं हुई थी, यहाँ धोनी ने बैल को उनके नाम के हिन्दी अर्थ, घंटी कहकर बुलाया। 2008 में वो माइक पर यह कहते सुने गए," घंटी बजाओ इसकी", वो अपने बोलर्स को बैल का विकेट लेने के लिए कह रहे थे। उसके बाद 2012 में भी उन्होने बैल को दुबारा 'घंटी' कहा। उन्होने अपने फील्डर्स से कहा " घंटी को लेके जाएंगे" लेखक- नेहा अगरवाल, अनुवादक- नितीश उनियाल