मार्च 2006 में दिल्ली के फिरोज़ शाह कोटला के मैदान पर इंग्लैंड और इंडिया के बीच सीरीज़ का पहला वनडे मैच खेला गया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला लिया जो सही निर्णय भी साबित हुआ, क्योंकि कबीर अली समेत नए गेंदबाज़ों ने टीम इंडिया को खुलकर बल्लेबाज़ी करने का मौका नहीं दिया और नियत अंतराल पर विकेट भी लेते रहे। इंग्लैंड की इस बेहतरीन गेंदबाज़ी ने 46.4 ओवर में मेज़बान टीम को 203 रन पर ही ऑल आउट कर दिया। लेकिन अगली पारी हरभजन के नाम रही। उस समय दाएं हाथ का ये ऑफ़ स्पिनर अपने शबाब पर था, जिसने अपनी घुमती गेंदों के चक्रव्यूह में इंग्लैंड की टीम को फंसा लिया और ब्रिटिश बल्लेबाज़ी को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। एंड्यू फ्लिंटॉफ और कप्तान पॉल कॉलिंगवुड भी उनकी इस घातक गेंदबाज़ी का शिकार हुए। इस मैच में हरभजन ने 31 रन देकर बेहतरीन पांच विकेट अपने नाम किए। जिससे इंग्लैंड की पारी को 164 रन पर ही ढ़ेर हो गयी और भारत यह मैच शानदार तरीके से जीत गया।