श्रीसंत हमेशा से एक ऐसे गेंदबाज़ के रूप में जाने जाते रहे है जो रन तो ख़ूब देते है लेकिन हमेशा अहम विकेट को हीअपना शिकार बनाते है। 2006 में इंदौर के मैदान पर सीरीज़ के सातवें एक दिवसीय मैच में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 2006 में श्रीसंत ने एक ऐसा ही प्रदर्शन किया। टॉस जीतकर राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड को पहले बल्लेबाज़ी करने का निमंत्रण दिया जिसके बाद इंग्लैंड से पारी की ठोस शुरूआत की। एक समय ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 300 से ज्यादा रन बना लेगी। इंडिया का हर गेंदबाज़ इंग्लैंड बल्लेबाज़ी के सामने असहाय नज़र आ रहा था लेकिन श्रीसंत ने उस दिन कुछ अलग ही दिखे। श्रीसंत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 55 रन देकर इंग्लैंड के 6 बल्लेबाज़ों को अपने गेंद के चक्रव्यूह में फंसा लिया। जवाब में उतरी टीम इंडिया की ओर से पहला मैच खेल रहे रॉबिन उथ्थपा के साथ कप्तान राहुल द्रविड़ और युवराज ने शानदार बल्लेबाज़ी की और सात विकेट रहते ही मैच जीत लिया। श्रीसंत को उनकी घातक गेंदबाज़ी के लिए मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब दिया गया।