वर्ष 2010-11 में भारत के आउथ अफ्रीका टूर के दौरान गंभीर ने अपनी सबसे स्पेशल पारियों में से एक 64 रन की पारी खेलकर भारत के लिए केप टाउन टेस्ट मैच बचाया था। जो बात इस पारी को खास बनाती है वो है गंभीर के हाथ में चोट लगने के बावजूद वो क्रीज पर डटे रहे और साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों का सामना करते रहे जिसके बाद भारत ने हारा हुआ मैच ड्रॉ में तबदील किया था। सीरीज के निर्णायक मैच के पांचवे दिन भारत 340 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहा था, भारतीय टीम को जल्दी ही सहवाग के रूप में शुरुआती झटके लग चुके थे। गंभीर भी कोहनी की चोट से जूझ रहे थे, लेकिन वो दर्द में भी क्रीज पर डटे रहे और चार घंटे तक संघर्ष करते हुए उन्होंने 184 गेंदों पर 64 रन बनाए। जिस वक्त गंभीर आउट हुए, तब 20 ओवर का ही खेल बचा था जिसे आसानी से ड्रॉ में तबदील किया गया क्योंकि वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर नॉट आउट थे।