गौतम गंभीर के अब तक के क्रिकेट करियर में कई शानदार पारी रही है, लेकिन उनमें से सर्वश्रेष्ठ पारी 2009 न्यूजीलैंड के खिलाफ नेपियर टेस्ट में, गंभीर के बल्ले से निकली शतकीय पारी रही। जिसकी वजह से भारत मैच बचाने में कामयाब रहा। इस पारी का सबसे विशेष पहलू था गंभीर का अपनी टीम को मुश्किल से उबारने के लिए घंटो क्रीज पर खड़े रहकर भारत को मैच हारने की बजाए ड्रॉ कराने के लिए अहम भूमिका निभाना। जिससे न सिर्फ ये साबित हुआ कि गंभीर टेस्ट के शानदार बल्लेबाजों में से एक हैं बल्कि उनकी तकनीक और टेम्परामेंट भी लोगों को देखने को मिला। न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 619 रनों का बड़ा अंबार लगा दिया था और भारतीय टीम पहली पारी में 305 पर ही ढेर हो गई थी। न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी ने भारत पर फॉलो-अन लगा दिया था। गंभीर ने अपना ओपनिंग साथी सहवाग को जल्दी ही खो दिया था क्योंकि वीरु 22 रन बनाकर जीतन पटेल का शिकार हो गए थे। लेकिन बावजूद इसके गंभीर ने हार नहीं मानी और उन्होंने राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के साथ अच्छी साझेदारी की और भारतीय टीम को सुरक्षित करने का पूरा प्रयास किया। वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर भी गंभीर ने 96 रन की साझेदारी की और 436 गेंदों का सामना करते हुए 137 रन बनाकर आउट हुए, इस दौरान पर 643 मिनट क्रीज पर खड़े रहे। ये मैच ड्रॉ से साथ खत्म हुआ क्योंकि गंभीर के आउट होने के बाद भारत का कोई विकेट नहीं गिरा। इस मैच को ड्रॉ कराने के लिए भारत की ओर से गंभीर मैच के असली हीरो साबित हुए।