सैय्यद किरमानी के बाद भारत के विकेटकीपर बने किरन मोरे छोटे से कद के मोरे हमेशा चुनौतियां लेने के लिए तैयार रहते थे। भारत के लिए मोरे 7 वर्षों तक खेले थे। लोग मोरे को उनके आंकड़ों के बजाय उनके आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते थे। विश्वकप 1992 में भारतीय टीम का हिस्सा रहे किरन मोरे को जब जावेद मियांदाद ने उछलकर चिढ़ाया था, वह घटना आज भी लोगों के जहन में सबसे यादगार घटना के तौर पर है। मोरे के समय में कपिल देव, मनोज प्रभाकर और जवागल श्रीनाथ जैसे तेज गेंदबाज़ थे। लेकिन सबसे खास बात ये है कि 130 शिकार में से मोरे ने 81 शिकार तेज गेंदबाजों की गेंद पर किए हैं।
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