इंग्लिश क्रिकेट इतिहास के 5 सबसे बड़े विवादों पर एक नज़र

#4 समरसेट टीम ने घरेलू वनडे मैच में पहले ओवर के बाद पारी घोषित की थी

साल 1979 में बेंसन एंड हेजेज़ वनडे सीरीज़ जारी थी। सोमरसेट टीम को क्वार्टरफ़ाइनल में पहुंचने में दिक्कतें आ रहीं थीं। वोरसेस्टशायर के ख़िलाफ़ मैच में सोमरसेट के भाग्य का फ़ैसला होना था। ग्लेमॉर्गन और वोरसेस्टशायर का प्वाइंट सोमरसेट के बराबर था। क्वॉर्टरफ़ाइनल में पहुंचने के लिए सोमरसेट को अपनी बॉलिंग स्ट्राइक रेट बेहतर करनी थी। सोमरसेट के कप्तान ब्रायन रोज़ ने पहले ओवर के बाद ही अपनी टीम की पारी घोषित कर दी। सोमरसेट ने एक ओवर में महज़ 1 रन बनाए थे। वोरसेस्टशायर ने 10 गेंदों में 2 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था। बॉलिंग स्ट्राइक रेट बेहतर होने की वजह से सोमरसेट ने क्वॉर्टरफ़ाइनल के लिए क्वालीफ़ाई कर लिया। इस घटना के बाद सोमरसेट के कप्तान ब्रायन रोज़ को काफ़ी अलोचनाओं का सामना करना पड़ा। विज़डन पत्रिका ने ने सोमरसेट के कप्तान के बारे में कहा था कि उन्होंने ये मैच हारकर क्रिकेट के सारे सिद्धांतों की बलि दे दी। दूसरी तरफ़ स्टेडियम में दर्शक पूरे मैच का मज़ा लेने आए थे, लेकिन ये मैच महज़ 18 मिनट में ख़त्म हो गया। अब तक तो कई दर्शकों अपनी निर्धारित सीट पर भी नहीं बैठ पाए थे। टेस्ट और काउंटी क्रिकेट बोर्ड के सदस्यों ने एक वोटिंग कराई जिसके सदस्यों ने 1 के मुक़ाबले 17 वोट से सोमरसेट टीम को चैंपियनशिप से बाहर कर दिया।

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