क्रिकेट इतिहास में भारत और इंग्लैंड के बीच पहली बार क्रिकेट मैच साल 1932 में इंग्लैंड में खेला गया था। तब से लेकर आज तक भारत और इंग्लैंड के बीच इन 86 सालों में कई सीरीज खेली जा चुकी हैं। इन सीरीज में गेंद और बल्ले से दोनों टीमों के बीच ही जंग देखने को मिली है। हालांकि गेंद और बल्ले के अलावा दोनों टीमों के बीच खेले गए मैचों के चलते कई विवाद भी सामने आए हैं।
आइए जानते हैं भारत और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच हुई 5 बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में।
लाला अमरनाथ का भारत वापस लौटना
साल 1936 में भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी। ये दौरा भारतीय टीम का ब्रिटिश शासन में आखिरी दौरा था। इस मैच में भारतीय टीम के कप्तान विजयनगरम के महाराजा गजापथी विज्जी थे। उनकी कप्तानी को ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी पसंद नहीं करते थे। इनके बीच लाला अमरनाथ का भी एक नाम था। इस दौरे पर विज्जी ने लाला को बल्लेबाजी के लिए तैयार रहने को कहा। लाला अमरनाथ के अंगुली में चोट थी जिसके बाद भी उन्हें बल्लेबाजी के लिए जाना पड़ा। हालांकि इस मैच में लाला अमरनाथ कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए और सस्ते में आउट हो गए थे। इसके बाद लाला अमरनाथ विज्जी पर बुरी तरह भड़क गए। इसके बाद विज्जी ने अपना अपमान समझा और लाला अमरनाथ को भारत लौटने का फरमान सुना दिया। यह विवाद आज भी याद किया जाता है क्योंकि इसके बाद लाला वापस भारत लौट गए थे।
नासिर हुसैन की नकारात्मक रणनीति ने सचिन को दिया चकमा
इंग्लैंड क्रिकेट टीम में कई शानदार कप्तान हुए हैं। इन कप्तानों में एक कप्तान नासिर हुसैन भी थे। पूर्व कप्तान नासिर हुसैन को बहुत चतुर कप्तान के तौर पर जाना जाता था। टीम की जीत के लिए नासिर हुसैन किसी भी हद तक जाने को भी तैयार रहते थे। इसी तरह से साल 2000 में इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर थी। भारत इस सीरीज में 1-0 से आगे थी। इसके बाद नासिर बैंगलुरु टेस्ट में भारतीय टीम को जल्द आउट करना चाहते थे। इस इरादे से उन्होंने एक चाल चली और उनके स्पिन गेंदबाज एश्ले जाइल्स को लेग स्टंप पर सभी गेंदे डालने को कहा।
गेंदबाज ने लेग स्टंप को ही निशाना बनाकर रखा और सचिन उनकी इस हरकत से काफी परेशान हो गए क्योंकि वो लेग स्टंप पर आ रही गेंदों पर रन नहीं स्कोर कर पा रहे थे। आखिर सचिन ने धैर्य ने खो दिया और वो स्टेप आउट करने के चक्कर में चकमा खा गए और अपने टेस्ट करियर में पहली बार स्टंप आउट हो गए।
भारतीय बल्लेबाजों का ध्यान भटकाने के लिए जेली बीन्स का इस्तेमाल
साल 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया। इस दौरे में भारतीय क्रिकेट टीम की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। इस दौरे पर दूसरे टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड ने एक खराब चाल चली, हालांकि ये चाल इंग्लैंड की टीम पर ही भारी पड़ी गई। दरअसल, इस मैच में जब जहीर खान बल्लेबाजी करने के लिए आए तो उन्होंने पिच पर जेली बीन्स चुइंगम देखी। इंग्लैंड की टीम ने ऐसा बल्लेबाजों का ध्यान भटकाने के लिए किया था। जहीर खान भी उनकी इस हरकत से थोड़ी परेशानी में दिखे लेकिन भारत को इसका किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ और आखिर में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को हराकर एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
जब इयान बेल को धोनी ने वापस बुलाया गया
साल 2014 में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली गई। इस सीरीज के एक मैच के दौरान एक अनोखा नजारा देखने को मिला। दरअसल, इस मैच में इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी कर रही थी और इयोन मोर्गन और इयान बेल क्रीज पर मौजूद थे। इसके दौरान मॉर्गन फाइन लेग की तरफ शॉट खेला और अभिनव मुकुंद गेंद रोकने की कोशिश करने लगे। उधर बल्लेबाज भी रन दौड़ रहे थे लेकिन इस बीच इयान बेल को लगा कि गेंद बाउंड्री लाइन को छू गई और ये समझकर चायकाल का इशारा होने से पहले ही वो पैवेलियन की तरफ चले गए और तभी भारतीय टीम ने बेल को रन आउट कर दिया।
अंपायर ने भी बेल को विवादास्पद तरीके से रन आउट दे दिया। हालांकि, मामला बढ़ा तो इंग्लैंड के कोच भी इसमें कूद पड़े। इंग्लैंड के कोच एंडी फ्लॉवर ने इस बारे में धोनी से बात की और मामला समझाया, जिसके बाद धोनी ने उन्हें फिर से बल्लेबाजी करने का मौका दे दिया। धोनी की इस काम की बेहद सराहना भी की गई और उन्हें बाद में आईसीसी स्प्रिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड से भी नवाजा गया।
रविन्द्र जडेजा और जेम्स एंडरसन
साल 2014 में भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। इस सीरीज के एक मुकाबले में रविन्द्र जडेजा और जेम्स एंडरसन के बीच टकराव की स्थिति देखी गई। दरअसल, जेम्स एंडरसन ने रविन्द्र जडेजा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ड्रेसिंग रूम के पास उन्हें धक्का दिया था तो वहीं रविन्द्र जडेजा ने इससे इनकार किया। हालांकि इस मामले की स्थिति साफ नहीं हो पाई लेकिन आईसीसी ने जडेजा को दोषी मानते हुए मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगा दिया।
लेखक: शंकर नारायण
अनुवादक: हिमांशु कोठारी