#1 क्रिकेट इतिहास का दूसरा सबसे विवादित दौरा
इंग्लैंड ने साल 1953-54 में वेस्टइंडीज़ का दौरा किया था। विज़डन पत्रिका के मुताबिक ये क्रिकेट इतिहास के सबसे विवादित दौरे में से एक था। विश्व में राजनीतिक बदलाव की वजह से कैरिबियाई द्वीप भी ब्रिटिश कॉमनवेल्थ से आज़ादी चाहते थे। ऐसे हालात में इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज़ के दौरे पर पहुंची। कैरिबियाई देशों की सफ़ेद जनता ये चाह रही थी कि इंग्लैंड की टीम वेस्टइंडीज़ को हरा दे। ऐसे में पर्यटकों और स्थनीय लोगों में विवाद पैदा हो गया। इंग्लैंड के कप्तान लेन हटन ने वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ियों के साथ घुलने-मिलने से इंकार कर दिया। जिसकी वजह से क्रिकेट के लिए एक बुरा संदेश गया। स्थानीय अंपायर ने जमैका के खिलाड़ी जेके होल्ट को LBW आउट दे दिया जिसकी वजह से काफ़ी विवाद हुआ। इसके अलावा एक रन आउट के फ़ैसले से स्टेडियम के स्टैंड्स में दंगा भड़क गया। दर्शक पिच पर बोतल फेंकने लगे, इसकी वजह से खेल कुछ देर तक रुका रहा। जब खेल शुरू हुआ तो चकिंग के आरोप में इंग्लैंड के स्पिनर की गेंद को नो बॉल दिया दिया। इस मैच में हर गेंद के साथ तनाव बढ़ता जा रहा था। सबसे बड़ी घटना तब हुई जब लेन हटन ने जमैका के मुख्यमंत्री एलेग्ज़ेंडर बुस्टामान्टे की बधाई स्वीकार करने से इंकार कर दिया और ड्रेसिंग रूम की तरफ़ रवाना हो गए। इस मैच के बाद इंग्लैंड टीम के मैनेजर चार्ल्ड पामर पर हमला भी किया गया। यही वजह रही कि ये क्रिकेट इतिहास का एक सबसे विवादित दौरा बन गया। लेखक- सोहम समद्दर अनुवादक- शारिक़ुल होदा