पिछले कुछ सालों में बांग्लादेश ने क्रिकेट में काफी ऊंचाईयां छूई और कई बड़ी टीमों को शिकस्त दी है , ये हैरान करने वाला है कि कैसे एशिया की सबसे कमज़ोर टीम विश्व क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ रही है। जिस तरह से बांग्लादेश में 2015 में भारत और दक्षिण अफ्रीका को वनडे सीरीज़ में हराया और अब जिस अंदाज़ में इंग्लैंड को टेस्ट में पटखनी दी , ये दर्शाता है कि बांग्लादेश अपने घर में हर बड़ी टीम को टक्कर देने की क्षमता रखती है। बात फिर चाहे टेस्ट क्रिकेट की हो या वनडे की । चिटगांव में पहले टेस्ट में जीत के बेहद नजदीक आने के बाद घरेलू टीम ने ढाका में हुए दूसरे टेस्ट को जीतकर ही दम लिया और सीरीज़ 1-1 से बराबर हो गई। चलिए बांग्लादेश की आज तक की 5 बेहतरीन जीत पर एक नजर डालते हैं :
#1 बांग्लादेश Vs पाकिस्तान , 1999 वर्ल्डकप बांग्लादेश 223/9 50 ओवर्स पाकिस्तान 161 ऑलआउट
1999 वर्ल्डकप में बांग्लादेश की पाकिस्तान पर 62 रनों की जीत बिना किसी दोराय के उनकी आज तक की सबसे बड़ी जीत है क्योंकि इस जीत के बाद ही बांग्लादेश को ICC की फुल मेमंबरशिप की मान्याता मिली। पहले बार वर्ल्ड कप खेल रही बांग्लादेश टेस्ट प्लेइंग देश के खिलाफ कोई प्रभाव नहीं छोड़ सकी, लेकिन उन्होंने एक और कमज़ोर टीम (minnow team) स्कॉलैंड को ग्रुप स्टेज में जरूर हराया। ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ंत से पहले बांग्लादेश ये जानता था कि वो सुपर सिक्स स्टेज तक नहीं पहुंच सकता , लेकिन बावजूद इसके एशिया की इन दो टीमों को टकराते देखने के लिए नॉर्थहैम्टन में हज़ारों की तादाद में भीड़ उमड़ी। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बांग्लादेश 50 ओवर्स में सिर्फ 223 रन बनाने में ही सफल हुई और पाकिस्तान की जीत साफ दिखाई दे रही थी। हालांकि लक्ष्य का पीछा करते हुए 13वें ओवर में ही 42 रन पर पाकिस्तान की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और बांग्लादेश के खालिद महमूद ने 3 विकेट लेकर पाकिस्तान को सबसे ज्यादा आघात पहुंचाया। बाकी बांग्लादेशी गेंदबाज़ों ने भी अपना रोल अदा किया और फिर लोवर ऑर्डर के कुछ प्रतिरोध के बावजूद पाकिस्तान की टीम 161 रन पर ऑलआउट हो गई और बांग्लादेश ने ये मुकाबला 62 रनों के अंतर से जीता जिसने उन्हें साल 2000में टेस्ट स्टेटस मिलने में मदद की। # 2 बांग्लादेश Vs ऑस्ट्रेलिया नेटवेस्ट सीरीज़, 2005 ऑस्ट्रेसिया 249/5 50 ओवर्स, बांग्लादेश 250/5 49.2 ओवर्स
नेटवेस्ट सीरीज़ में बांग्लादेश की 5 विकेट की इस एतिहासिक जीत का महत्व उनके के लिए काफी है क्योंकि तब से लेकर अभी तक बांग्लादेश सिर्फ एक ही बार ऑस्ट्रेलिया को मात दे सकी है। फिलहाल टीम से बाहर चल रहे मोहम्मद अशरफुल कार्डिफ में उस मैच और ऐतिहासिक जीत के हीरो थे , मैच की शुरुआत में खबर आई कि मैच से एक शाम पहले शराब पीने के चलते एंड्र्यू साइमंड्स को टीम से बाहर किया गया है। ऑस्ट्रेलिया ने साइमंड की आखिरी ओवर्स में तेज़ रन बनाने की क्षमता का मिस किया और बेहद मुश्किल पिच पर बल्लेबाज़ संघर्ष करते रहे और ऑस्ट्रेलियाई टीम 50 ओवर्स में सिर्फ249 रन बनाने में ही सफल हुई । बांग्लादेश की शुरुआत भी धीमी रही और वो भी संघर्ष करते दिखे जब 21 ओवर में 72 पर3 विकेट गिरने के बाद हबिबुल बशर ने मोहम्मद अशरफुल के साथ साझेदारी का आगाज़ किया। इस जोड़ी ने 23 ओवर्स में 130 रन जोड़े और अशरफुल वनडे क्रिकेट में शतक लगाने वाले बांग्लादेश के दूसरे खिलाड़ी बने। हालांकि ये जोड़ी अंत तक तो नहीं टिक सकी लेकिन आखिर में आफताब अहमद की तेज़ तरार 13 गेंद पर 21 रन की पारी की बदौलत बांग्लादेश ने ये लक्ष्य 4 गेंदे रहते ही हासिल कर लिया। #3 बांग्लादेश बनाम भारत ,2007 वर्ल्डकप भारत 191 ऑलआउट, बांग्लादेश 192/5 48.3 ओवर्स
2007 वर्ल्डकप भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे दर्दनाक लम्हों में से एक रहा , लेकिन बांग्लादेश के लिए ये इस जीत ने उन्हें कई सालों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद फिर उठने में मदद की। फोकस इसी बात पर था कि टीम में अशांति के माहौल में कैसे खेलेगी खासतौर पर ग्रेग चैपल और सौरव गांगुली के बीच चल रहे विवाद के बीच जिन्हें कुछ समय बाद टीम से बाहर कर दिया हालांकि सौरव ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गजब की वापसी की। गांगुली ने मैच में 66 रन के साथ टीमं के लिए टॉप स्कोर बनाया जबकि युवराज ने उपयोगी 47 रन की पारी खेली और पूरी टीम 191 रन पर ऑलआउट हो गई। गेंदबाज़ों के ठीक ठाक प्रदर्शन के बावजूद तमीम इकबाल और शाबिल उल हसन की अर्धशतकीय पारी और रहीम की 107 गेंद पर नाबाद 56 रन की पारी की बदौलत बांग्लादेश 9 गेंदे रहते 5 विकेट से मैच जीतने में सफउल रहा । इस मैच की बदौलत बांग्लादेश पहली बार सुपर आठ में पहुंचने में सफल रहा जबकि भारत श्रीलंका से ग्रुप स्टेज में एक और हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गया। # 4 बांग्लादेश Vs इंग्लैंड ,2015 वर्ल्डकप
बांग्लादेश 275/7 इंग्लैंड 260 ऑलआउट बांग्लादेश हर गुजरते वर्ल्ड कप के साथ तरक्की कर रही थी और 2007 में भारत को हराने के बाद 2011 वर्ल्डकप में बांग्लादेश ने 3 मैच जीते, जिसमें एक मैच में इंग्लैंड को भी मात दी। हालांकि रन रेट के आधार पर बांग्लादेश वेस्टइंडीज़ से पीछे रह गया और क्वार्टर फाइनल में नहीं पहुंच सका। वर्ल्डकप 2015 में एडिलेड में बांग्लादेश ने इंग्लैंड को एक बार फिर 15 रन से हराकर उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया और ये जीत 4 साल पहवे चिटगांव में मिली जीत से कहीं बेहतर थी जहां कंडीशन मोर्गन एंड कंपनी के अनूकल थी। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 50 ओवर्स में 275 रन बनाए और महमूदुल्लाह वर्ल्डकप में बांग्लादेश की ओर शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने , रहीम ने भी 77 गेंदों पर 89 रन की पारी खेली। इंग्लैंड ने अच्छी शुरुआत की लेकिन पारी के बीच में 11 रन के अंदर इंग्लैंड ने 3 विकेट खो दिए और स्कोर 30 ओवर में 132 रन पर 5 विकेट हो गया। जोस बटलर की तेज़ अर्धशतकीय पारी ने इंग्लैंड को फिर मैच में ला खड़ा किया लेकिन रुबेल हुसैन के सहासी स्पेल के सामने इंग्लैंड 15 रन से चूक गया और क्रिस वोक्स एक छौर पर 40 रन बनाकर खड़े रह गए। # 5 बांग्लादेश Vs इंग्लैंड दूसरा टेस्ट , 2016 बांग्लादेश 220 ऑलआउट & 296 ऑलआउट इंग्लैंड 244 ऑलआउट & 164 ऑलआउट । बांग्लादेश ने मैच 108 रन से जीता
वनडे सीरीज़ की जंग के बाद जिसमें कई मौकों पर दोनों टीमों के बीच खटास आई , दर्शकों की नजर 2 टेस्ट की सीरीज़ पर थी और उसे देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा की जितना दर्शकों ने इंतजार किया उनके लिए वो इंतजार ज़ाया नहीं गया। चिटगांव में हुआ पहला टेस्ट काफी रोमांचक था और मेजबान टीम इस मैच के पांचेवें दिन 285 रन का पीछा करते हुए सिर्फ 22 रन से चूक गई । हालांकि अंतत : खुशी मेजबान के खेमे में ही आई और उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार टेस्ट जीत की कहानी लिखी और एलिस्टर कुक की टीम बिना विकेट के 100 रन से 164 रन पर ऑलउट हो गए और 272 रन के लक्ष्य से 108 रन पीछे रह गई। तमीम इकबाल की पारी बाकी बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन के सामने खोखली पड़ी गई क्योंकि टीम 200 रन पर ऑलउट हो गई और इंग्लैंड को पहली पारी में 24 रन की लीड मिल गई। दूसरी पारी में बांग्लादेश ने बेहतर प्रदर्शन किया और 296 रन बनाए और मेहमान टीम के लिए 272 रन का लक्ष्य रखा। कप्तान कुक और बेन डकेट के अर्धशतकीय पारियों के दम पर एक वक्त इंग्लिश टीम लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रही थी लेकिन टी टाइम के बाद सब अचानक बदल गया और 19 साल के मेंहदी हसन ने 77 रन देकर 6 विकेट और शाकिब उल हसन ने 49 रन देकर 4 विकेट लिए और इंग्लैंड की टीम 164 रन पर सिमट गई और मेजबान टीम के लिए क्रिकेट के सबसे बड़े फॉरमैट में एक यादगार जीत।