2007 वर्ल्डकप भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे दर्दनाक लम्हों में से एक रहा , लेकिन बांग्लादेश के लिए ये इस जीत ने उन्हें कई सालों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद फिर उठने में मदद की। फोकस इसी बात पर था कि टीम में अशांति के माहौल में कैसे खेलेगी खासतौर पर ग्रेग चैपल और सौरव गांगुली के बीच चल रहे विवाद के बीच जिन्हें कुछ समय बाद टीम से बाहर कर दिया हालांकि सौरव ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गजब की वापसी की। गांगुली ने मैच में 66 रन के साथ टीमं के लिए टॉप स्कोर बनाया जबकि युवराज ने उपयोगी 47 रन की पारी खेली और पूरी टीम 191 रन पर ऑलआउट हो गई। गेंदबाज़ों के ठीक ठाक प्रदर्शन के बावजूद तमीम इकबाल और शाबिल उल हसन की अर्धशतकीय पारी और रहीम की 107 गेंद पर नाबाद 56 रन की पारी की बदौलत बांग्लादेश 9 गेंदे रहते 5 विकेट से मैच जीतने में सफउल रहा । इस मैच की बदौलत बांग्लादेश पहली बार सुपर आठ में पहुंचने में सफल रहा जबकि भारत श्रीलंका से ग्रुप स्टेज में एक और हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गया।