जब भी कोई बल्लेबाज़ क्रिकेट में कोई रिकॉर्ड बनाता है, तो उसमें किसी न किसी गेंदबाज़ का अहम रोल जरूर रहता है। ऐसे रिकार्ड्स तभी बनते हैं जब गेंदबाज़ पूरी तरह से बल्लेबाज़ के सामने घुटने टेक देता है। ऐसे कई मौके आते हैं जब गेंदबाज़ पूरी तरह से बल्लेबाज़ के सामने असहाय महसूस करने लगता है। कोई कितना अच्छा गेंदबाज़ क्यों न हो जब भी कोई बल्लेबाज़ अपनी पूरी लय में होता है, वह उसे रोक नहीं पाता है। इसका सबसे अच्छा उदहारण इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्राड रहे हैं। जब युवराज ने उनकी गेंदों पर छह छक्के लगा दिए थे। ऐसे ही कई रिकार्ड्स हैं जो टेस्ट, वनडे और टी-20 में बन चुके हैं। जो अभी हाल फ़िलहाल में नहीं टूट सकते हैं। आज यहाँ हम ऐसे ही 5 गेंदबाजों के बारे में बता रहे हैं जो बल्लेबाजों के इस यादगार पलों का अहम हिस्सा रहे:
#5 डान वैन बंग
साल 2007 में हुए 50 ओवर वाले वर्ल्ड कप में हर्शल गिब्स ने बंग के एक ओवर में लगातार छह छक्के मारे थे। ये वनडे क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहला मौका था। साथ गिब्स ने ये कारनामा वर्ल्डकप में करके इसे और ही विशेष बना दिया था। नीदरलैंड के युवा गेंदबाज़ को लोगों इसी वजह से जाना था।
#4 नरसिंह देवनारायण
हमे नहीं पता नरसिंह देवनारायण को दुनिया में कितने लोग जानते हैं। लेकिन हम भारतीय उन्हें इस लिए जानते हैं क्योंकि उन्होंने सचिन को उनके 200वें टेस्ट में आउट किया था। नरसिंह देव नारायण वेस्टइंडीज के मध्यक्रम के बल्लेबाज़ और पार्टटाइम गेंदबाज़ हैं। सचिन ने इस मैच में 74 रन बनाये थे।
#3 शमिंडा एरंगा
रोहित शर्मा ने साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ बड़ा ही शानदार खेल दिखाया था। उन्होंने इस मैच में 264 रन की पारी खेली थी। इसमें जब वह सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब थे। तो उन्होंने एरंगा की गेंद पर छक्का जड़ा था। साथ ही जब वह 250 रन के करीब थे तब भी एरंगा उनके सामने थे और अंततः उन्हें कुलशेखरा ने रोहित को 264 पर आउट कर दिया था। इसके बाद वेस्टइंडीज के साथ त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल में अंतिम ओवर में भारत को जीतने के लिए 15 रन चाहिए थे। कप्तान धोनी स्ट्राइक पर थे और उनके सामने एरंगा थे। यहाँ धोनी ने भी एरंगा की गेंदों पर जरूरी 15 रन बना लिए थे।
#2 चार्ल्स लैंगवेल्ट
लैंगवेल्ट दक्षिण अफ्रीका के ऐसे गेंदबाज़ थे जो आये और चले गये। उन्होंने 72 वनडे मैचों में 100 विकेट हासिल किए थे। जहाँ उनका औसत 29 का था। वह एक योग्य गेंदबाज़ थे। लेकिन उन्हें उतनी लोकप्रियता नहीं मिली। लेकिन उन्हें भारत में खेले गये ग्वालियर वनडे के लिए याद किया जाता रहेगा। इस मैच में सचिन ने दोहरा शतक बनाया था। साथ ही जिस गेंद पर उन्होंने अपना दोहरा शतक पूरा किया था वह गेंद लैंगवेल्ट ने फेंकी थी।
#1 गारेथ बैटी
टी-20 क्रिकेट से पहले और वनडे के रिकॉर्ड जो बने वह टूट भी गये। या वह बड़े हो गये। लेकिन टेस्ट में एक रिकॉर्ड ऐसा है जिसके टूटने के असार अभी हाल फ़िलहाल में नहीं दिख रहे हैं। वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा का रिकॉर्ड जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में 400 रन की नाबाद पारी खेलकर बनाया था। इंग्लैंड के लिए 7 टेस्ट मैच खेलने वाले बैटी इस मैच में लारा के रिकॉर्ड के साक्षी बने। लारा ने जब अपना दूसरा तिहरा शतक पूरा किया तब भी गेंदबाज़ी बैटी कर रहे थे और जब उन्होंने विश्व क्रिकेट का एकमात्र 400 रन का आंकड़ा छूने वाले बल्लेबाज़ बने तब भी गेंद बैटी ही डाल रहे थे। लेखक-श्रीधर, अनुवादक-मनोज तिवारी